Five arrested for illegal sand mining in Thane

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तुमसर.  कृषि दिन पर किसानों को न्याय दिलाने बुधवार को विकास फाउंडेशन की ओर से कृषि उपज बाजार समिति के पास स्थित कार्यालय के सामने जेल भरो आंदोलन किया गया. इसमें पूर्व विधायक चरण वाघमारे के साथ ही 400 से भी अधिक कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर रिहा किया गया. 

विकास फाउंडेशन कार्यालय के सामने सैकड़ों कार्यकर्ता इकठ्ठा होने के बाद संबंधित मोर्चा संस्थापक अध्यक्ष वाघमारे के नेतृत्व में उपविभागीय अधिकारी के कार्यालय की ओर जा रहा था. तब पुलिस प्रशासन की ओर से सभी आंदोलन कर्ताओं को बाजार समिति के सामने रोका गया. इसके बाद सभी लोग समिति के प्रांगण में जमा हो गए थे.

इस बीच पूर्व विधायक वाघमारे ने कार्यकर्ताओं को बताया कि, अपनी मांगों के संदर्भ में अधिकारियों से चर्चा हो चुकी है. कुछ सीजन तक समाधान हुआ है एवं कुछ मांगें सरकार स्तर की होने के कारण इसके लिए उन्हें समय देना आवश्यक है. इस आंदोलन को अभी स्थगित करते हुए यदि उनकी मांगों की ओर अनदेखी की गई तो भविष्य में और भी तीव्र आंदोलन छेड़ा जाएगा. 

तहसीलदार से चर्चा के बाद आंदोलन वापस
तहसीलदार गजेंद्र बालपांडे व पुलिस अधिकारी से चर्चा करने के बाद आंदोलन पीछे लिया गया था. इसके पश्चात आंदोलन कर्ताओं को कलम 68 के तहत गिरफ्तार कर पुलिस थाने ले जाया गया था. कुछ समय बाद उन्हें कलम 69  के तहत रिहा किया गया था.

यह हैं मांगें
मांगों में कोरोना कार्यकाल के 300 यूनिट तक का बिजली बिल माफ करने एवं शेष राशि किश्तों में वसूल करने, धान घोटाले के आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार करने, घरकुल लाभार्थियों को तत्काल सहयोग राशि उपलब्ध कराने, वंचित कामगारों को शीघ्र 2,000 रुपये आर्थिक सहायता देने, प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना की बकाया किस्त तत्काल देने, दिव्यांग, विधवा, श्रावणबाल एवं योजनाओं की 3 महीने का मानधन शीघ देने व अन्य मांगों का  समावेश था.

आंदोलन में विकास फाउंडेशन के डॉ. युवराज जमईवार, अनिल जिभकाटे, मेहताबसिंग ठाकुर, राजेश पटले, बन्डू बनकर,नंदू रहांगडाले, गौरव नवरखेले, अजय बड़वाइक, ललित शुक्ला, विक्रम लांजेवार, दिलीप सार्वे आदि सैकड़ों पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे.