Krishi Pump
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  • 2,000 किसान कर रहे प्रतीक्षा

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साकोली. तहसील के ज्यादातर किसान खेती पर निर्भर है. खेत में कृषि पम्प चलाने विद्युत आपूर्ति के लिए साकोली उपविभाग के 2 हजार से अधिक किसानों ने महावितरण के पास आवेदन किया था. खरीफ की फसल के दौरान धान, रबी की फसल में गेहूं, लखोरी दाल व चना के साथ-साथ ग्रीष्मकालीन धान का उत्पादन किया जाता है. कृषि पम्प के बिजली की व्यवस्था नहीं करने से किसानों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

साकोली, लाखनी, लाखांदूर इन तहसीलों के अधिकांश नागरिकों की उपजीविका का साधन कृषि है. कृषि कार्य के लिए किसानों ने सरकारी योजना के तहत कुएं तो खोदे हैं, किंतु कुएं से पानी बाहर निकालने के लिए जो कृषि पम्प कुएं में लगाए गए हैं, उसके लिए बिजली का कनेक्शन होना जरूरी है. बिजली कनेक्शन के लिए किसानों ने 2018 में ही आवेदन किया था, किंतु अभी तक इस ओर ध्यान नहीं दिया गया है.

कनेक्शन के लिए जमा की डिमांड राशि
साकोली, लाखनी व लाखांदूर तहसीलों में लगभग 2000 किसानों ने 3 वर्ष पहले 5,338 का डिमांड भरकर बिजली का कनेक्शन देने आवेदन किया था. आवेदन किये 3 वर्ष बितने के बाद भी किसानों को कृषि पंप के लिए बिजली का कनेक्शन नहीं मिल पाया है. कृषि पम्प के लिए बिजली आपूर्ति कब होगी, इस मांग को लेकर महावितरण कम्पनी की साकोली शाखा के कार्यालय में चक्कर लगा रहे हैं.

किसानों ने कर्ज निकाल कर खेत में बोरवेल लगाए, कुएं खोदे, कई किसानों ने कृषि पंप भी खरीदे, किंतु बिजली नहीं मिलने के कारण उनका कृषि पंप खरीदना व्यर्थ रह गया है. एक कृषि पंत व बोरवेल खरीदने पर आमतौर पर 80 हजार रुपये का खर्च आता है, किंतु 3 वर्ष से बिजली का कनेक्शन नहीं मिलने की वजह से किसानों को कृषि पंप का उपयोग करने नहीं मिल रहा है.