4291 new cases of Kovid-19 in Delhi, 34 patients died
File Photo

    Loading

    भंडारा. चीनी महामारी कोरोना का कहर महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा बरपा है. चाहे मुंबई हो या फिर भंडारा या कोई अन्य जिला सभी तरफ कोरोना का ही कहर देखा जा रहा है. 2021 के आरंभ जब कोरोना की वैक्सीन आई थी तो लगा था कि अब कोरोना से मुक्ति मिल जाएगी, लेकिन हुआ उल्टा, जाने की जगह कोरोना दूसरे रूप में हम सभी के सामने आया और हर दिन बहुतों को अपने गिरफ्त में ले रहा है.

    एक साल से अधिक समय से कोरोना की तालाबंदी, जिसका रूप लगातार बदलता रहा है. बावजूद इसके कोरोना नियंत्रित नहीं हो रहा. कभी पूर्ण तालाबंदी, कभी आंशिक तालाबंदी, कभी नाइट कर्फ्यू तो कभी वीकेंड तालाबंदी ये सभी प्रयोग कोरोना को मार नहीं पाए, अब जनता के बीच से यह आवाज उठने लगी है कि कोरोना के खिलाफ जंग का तरीका बदला जाए.

    कोरोना भी रूप बदलकर सामने आया

    लॉकडाउन को जिस तरह से अदल-बदल कर लगाया गया, कोरोना भी रूप बदलकर सामने आया, उसने अपना कहर बरकरार रखा है. कोरोना से बचाव का कोई नया तरीका निजात करने पर अब जोर दिया जाने लगा है. जीवनावश्यक वस्तुओं की दुकानें तालाबंदी में शुरू रखने की जगह वार्ड-वार्ड में जीवनावश्यक वस्तुएं वितरित करने की व्यवस्था की जानी चाहिए. घर-घर आवश्यक सेवा न पहुंचाने के कारण लोग घर से बाहर निकल रहे हैं, इस वजह से बाजार में लोगों की संख्या भी बढ़ती चली जा रही है.  

    लोगों के बीच से यह भी आवाजें सुनायी दे रही हैं कि मत जाना टेस्ट करवाने पॉजिटिव आ जाओगे. क्या सचमुच ऐसा है, नहीं, ऐसा कुछ भी नहीं है. लोग भयवश ऐसा कहने लगे हैं. कोरोना कब जाएगा, इससे लोगों को पूरी तरह से मुक्ति कैसे मिलेगी. कब पहले जैसा जीवन जीने को मिलेगा. व्यवस्था में दोष कहां है, क्या नया किया जाए, इस पर चिंतन किया जाना चाहिए. कोरोना कब जाएगा, इसे लेकर चर्चाएं खूब चल रही है. सरकार मेरा परिवार, मेरी जिम्मेदारी के लक्ष्य को सामने रखकर काम कर रही है, अब बदले हालातों में कोरोना का कहर और ज्यादा बढ़ गया है ऐसे में कोरोना के खिलाफ जंग के स्वरूप में अब बदलाव करना बहुत जरूरी हो गया है.  

    आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी

    कोरोना का कहर कम क्यों नहीं हो रहा है, यही सबसे बड़ा सवाल है. जिला प्रशासन का कहना है कि लोग कोरोना से बचाव के त्रीसूत्रीय फामूर्ले को स्वीकार नहीं कर रहे हैं. कोई मॉस्क नहीं लगा रहा तो कोई सामाजिक दूरी का पालन नहीं कर रहा. किसी ने सैनेटाइजर लगाना ही पूरी तरह से छोड़ दिया है तो बहुत से लोग ऐसे भी हैं, जो पहले की ही तरह भीड़ में घूमने लगे हैं. 

    लोग कोरोना टेस्ट और टीका लगवाने से डर रहे हैं

    कोरोना से बचाव कैसे हो, इसे लेकर लोगों में तरह-तरह की चर्चाएं चल रही हैं. जिला प्रशासन का कहना है कि कुछ लोग की लापरवाही के कारण कोरोना फैल रहा है. कोरोना के बारे में जो लोग अब तक यह कहते थे कि कुछ नहीं है कोरोना, उन लोगों में भय का वातावरण व्याप्त है. स्थिति यहां तक पहुंच गई है कि लोग कोरोना टेस्ट और टीका लगवाने से डर रहे हैं.