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    पालांदूर. शिक्षा वर्ष 2021-22 विदर्भ प्रांत में 28 जून से शुरू हुआ है, लेकिन कोरोना महामारी के साथ डेल्टा प्लस वैरिएंट बीमारी के चलते शालेय शिक्षा मंत्रालय के आदेश से सोमवार को स्कूलों में आनलाइन शैक्षणिक सत्र आरंभ हुआ. स्कूलों में जहां विद्यार्थियों की किलबिलाहट सुनने नहीं मिली, दूसरी ओर शिक्षकों ने भी अकेले ही कक्षा में बैठकर बच्चों से पहले दिन मोबाइल फोन से ही परिचय किया और आने वाले दिनों में किस प्रकार पढ़ाई जारी रहेगी, इसकी जानकारी दी. ग्रीष्मकाल की छुट्टी के बाद विद्यार्थियों के लिए का पहला दिन उत्साह भरा होता है. 

    तीसरी लहर की आशंका 

    विद्यार्थी स्कूल की एक माह पूर्व से ही  तैयारी शुरू कर देते है, लेकिन पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी फिलहाल आनलाइन स्कूल के कारण विद्यार्थियों में स्कूल शुरू होने के कारण खासा उत्साह देखने को नहीं मिला.

    कोरोना महामारी की तीसरी लहर बच्चों के लिए घातक है, ऐसा स्वास्थ्य विशेषज्ञों का अनुमान है, इसे देखते हुए शैक्षणिक सत्र को पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी आनलाइन पद्धति से चलाने के आदेश जारी किये गए. जिला परिषद शिक्षा विभाग के साथ सरकारी तथा निजी स्कूलों में सोमवार को आनलाइन ही बेल भी बजी, लेकिन इस बार आनलाइन स्कूल की बेल की आवाज केवल विद्यार्थी ही सुन पाये हैं.

    वैसे तो स्कूल की तैयारी के रूप में बच्चे स्कूल ड्रेस खरीदारी, नई किताबें खरीदना, स्कूल बैग, टिफिन बाक्स, वॉटर बॉटल, छाता, रेनकोट आदि जैसी वस्तुओं की खरीदारी के लिए जुट जाते हैं. हर साल नए-नए प्रकार एवं आकर्षक रंगों वाली वस्तुओं की खरीदारी की जाती है, लेकिन पिछले साल से स्कूल शुरू होने का उत्साह कम होता दिखाई दे रहा है.