डांबरीकरण बाट जोह रहे ग्रामीण क्षेत्र के रास्ते

  • मरम्मत के अभाव में खस्ताहाल मार्गों पर चलने पर मजबूर हैं लोग

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भंडारा. जिला परिषद निर्माण कार्य विभाग के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र में निर्माण कार्य किया जाता है. लेकिन अनेक गांवों को जोड़ने वाले रास्तों का डांबरीकरण नहीं किया गया है. इस रास्तों का डांबरीकरण करने की मांग गांव के लोगों की ओर लगातार की जा रही है. इस वर्ष वर्षाकाल में तो शहरी तथा ग्रामीण दोनों क्षेत्रों के रास्तों की हालत बहुत ज्यादा खराब हो जाती है. सार्वजनिक निर्माण कार्य विभाग की ओर से रास्तों की मरम्मत का काम न किए जाने से यह रास्ता हर किसी के लिए परेशानी का सबब बन रहा है.

ग्रामीण क्षेत्र का विकास गांव की रास्तों की स्थिति पर आधारित रहता है. इस कारण यातायात के लिए अच्छे रास्तों का होना बहुच जरूरी है, लेकिन निर्माण कार्य विभाग की उदासीनता के कारण वर्तमान में बहुत से गांवों के रास्तों की स्थिति बहुत ही दयनीय हो गई है. खराब रास्ते कभी-भी दुर्घटना का आभास कराते रहते हैं.

ग्रामीण क्षेत्र के रास्तों का निर्माण करना सरकार की योजना है. ग्रामीण रास्ते तहसील तथा जिला मार्ग को जोड़ना अपेक्षित है. इसके लिए जिले को करोड़ों रूपए की निधि हर वर्ष दी जाती है. लेकिन प्रशासनिक उदासीनता के कारण ग्रामीण क्षेत्रों के रास्तों की हालत पर जरा सा भी ध्यान नहीं दिया गया. शहरी क्षेत्रों में हर वर्ष में दो बार रास्तों की मरम्मत की जाती है. रास्तों का डांबरीकरण न किए जाने के कारण रास्तों पर चलना या वाहनों के परिचालन में भारी परेशानी हो रही है.