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    भंडारा. कोरोना की दूसरी लहर में मरीजों की संख्या घटने के बाद कुछ दिनों पहले कोरोना संबंधी नियमों में कुछ शिथिलता दी गई थी, लेकिन डेल्टा तथा डेल्टा प्लस वेरिएंट की दस्तक के बाद संभावित खतरों को देखते हुए एक बार फिर दिन में फिर नियमों को लेकर कुछ सख्ती बरती जा रही है. सरकार की ओर से जारी की गई नई नियमावली के कारण जिले में नाराजगी व्यक्त की जा रही है. 

    मार्च 2020 से कोरोना लेकर शुरू हुई तालाबंदी से व्यापारी, उद्योगपति के साथ ही सामान्य नागरिक सभी की स्थिति पर बहुत असर पड़ा है. पिछले डेढ़ माह से लाकडाउन किसी न किसी रूप में लोगों के सामने आ रहा है. मार्च 2021 से कोरोना की दूसरी लहर का कहर शुरू हुआ. इस वजह से पिछले 3 माह में नागरिकों को फिर लाकडाउन का सामना करना पड़ा है. जून के पहले सप्ताह से कोरोना के फैलाव काफी नियंत्रण पा लिया गया था. कोरोना से बचाव संबंधित नियमों में शिथिलता बरती गई और लोगों ने इससे बहुत राहत महसूस की. 

    तालाबंदी में कुछ राहत मिलने के बाद जब यह सोचा जा रहा था कि अब सब कुछ सामान्य हो जाएगा, तभी नए प्रकार के कोरोना की दस्तक ने लोगों की उस आस पर पानी फेर दिया, जिसमें यह माना जा रहा था कि कोरोना से शीघ्र ही लोगों को राहत मिल जाएगी. कोरोना की दूसरी लहर पर काबू पर जश्न मनाने की पहले ही कोरोना के नए वर्जन ने सभी को परेशान कर रखा है. एक बार शिथिलता देने के बाद फिर से शिथिलता नकारने से लोगों में नाराजगी स्पष्ट रूप से देखी जा रही है.