भंडारा. जिले में प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत 3 वर्षों में 12 करोड़ 52 लाख 17 हजार रुपये से 27,717 लाभार्थियों को अनुदान वितरित किया गया. अनुदान का उपयोग गर्भवती माताओं के साथ बच्चों के पोषण के लिए किया गया. बीपीएल धारक गर्भवती महिला व माताएं कुपोषित नहीं रहना चाहिए. बच्चों का स्वास्थ्य अच्छा रहना चाहिए. केंद्र सरकार के महिला व बाल विकास विभाग ने 1 जनवरी 2017 को मातृ वंदना योजना को मंजूरी दी. राज्य में भी योजना लागू की गई.
पंजीयन होने के बाद पहली बार जन्म देनेवाली माताओं को चरण चरण में 5,000 का अनुदान दिया जाता है. बीपीएल धारक लाभार्थियों का इसमें समावेश है. निर्धारित संस्थाओं में महिलाओं का पंजीयन आवश्यक है. जिले में लगभग 3 वर्षों के कार्यकाल में शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों के 28,643 लाभार्थियों के खातों में 12 करोड़ 52 लाख 13 हजार डाले गए. जिसमें कोरोना को मद्देनजर रखते हुए गर्भवती माताओं को बड़ा सहारा मिला. जिप के स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से आशा वर्कर, एएनएम, आंगनवाड़ी सेविका की मदद से योजना लागू की गई.
तहसीलवार लाभार्थियों की संख्या
भंडारा तहसील में 4,176 लाभार्थी है. उन्हें 1 करोड़ 94 लाख 4 हजार, लाखांदूर तहसील में 3,357 लाभार्थियों को 1 करोड़ 53 लाख 56 हजार, लाखनी तहसील में 2768 लाभार्थियों को 1 करोड़ 6 लाख 8 हजार, मोहाड़ी तहसील के 3915 लाभार्थियों को 1 करोड़ 78 लाख 74 हजार, पवनी तहसील में 2875 लाभार्थियों को 1 करोड़ 65 लाख 3 हजार, साकोली तहसील में 3350 लाभार्थियों को 1 करोड़ 44 लाख 63 हजार रुपये, तुमसर तहसील में 4075 लाभार्थियों को 1 करोड़ 89 लाख 6 हजार रुपये, नागरी स्वास्थ्य केंद्र भंडारा के तहत 1972 लाभार्थियों को 90 लाख 77 हजार रुपये, पवनी शहरी 466 लाभार्थियों को 20 लाख 5 हजार रुपये, तुमसर शहरी 763 लाभार्थियों को 34 लाख 1 हजार रुपये अनुदान दिया गया है.