दुर्घटना की संभावना: ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कों पर कीचड़, ग्राम प्रशासन को ध्यान देने की जरूरत

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    सोनी. लाखांदूर तहसील के कुछ हिस्सों में हलकी बारिश हुई है और रोपाई के कार्य ने गति पकड़ ली है. हालांकि डामर सड़कों पर कीचड़ हो गया है. जबकि किसान अपने खेत के काम में व्यस्त हैं और दुर्घटना की संभावना है.

    खेती कार्य के दौरान ट्रैक्टर के पहिए में रहती है मिट्टी 

    ट्रैक्टर से खेतों की जुताई करते समय  ट्रैक्टर के पहिए मिट्टी से सने होते हैं. जब यह ट्रैक्टर सड़कों से गुजरता है तब पहिए की मिट्टी सड़कों पर फैल जाती है. बारिश का मौसम होने से चौक की सभी सड़कें कीचड़युक्त हो गई हैं. इस कीचड़ भरे रास्ते पर बारिश में आने-जाने वाले वाहन चालकों में दुर्घटना की आशंका बनी रहती है. चौरास के कीचड़ भरी सड़कों से कई गांवों का संपर्क टूट गया है.

    रोपाई पूर्व खेतों में किया जाता है कीचड़ 

    लाखांदूर तहसील में  विशेष रूप से चौरस क्षेत्र में, धान की खेती ने गति पकड़ ली है. इस क्षेत्र के किसान रोपाई के पूर्व के खेतों में कीचड़ काम के लिए बड़ी संख्या में ट्रैक्टरों का उपयोग करते है. खेत में कीचड़ पूरा होने के बाद ट्रैक्टर को मिट्टी से भरी स्थिति में सड़क पर उतारा जाता है, इसलिए ट्रैक्टर के पहियों पर कीचड़ सड़क पर गिर जाता है और बारिश में दुर्घटना की आशंका बनी रहती है. हालांकि सरकार ने क्षेत्र में डामर सड़कों के निर्माण के लिए करोड़ों रुपये खर्च किए हैं, लेकिन हकीकत यह है कि बारfश के दिनों में ट्रैक्टरों द्वारा खेतों से कीचड़ आने से सड़कें कीचड़युक्त हो रही हैं.

    हालांकि प्रशासन व निर्माण विभाग तथा ग्राम पंचायत में यातायात नियंत्रण विभाग इस समस्या से अवगत है.  लोगों ने आरोप लगाया है  कि संबंधित विभाग के अधिकारी जानबूझकर आंखें मूंद रहे हैं. इस बीच सड़कों पर कीचड़ होने से यातायात व्यवस्था बाधित होने के कारण चौरास के लोग नाराजगी व्यक्त कर रहे हैं. हर जगह मांग की जा रही है कि सरकार इस संबंध में तत्काल कार्रवाई करें और ट्रैक्टर लेकर खेतों से कीचड़ लेकर सड़क पर आ रहे वाहन चालकों के खिलाफ कार्रवाई करें.