PM gruh gobarwahi

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गोबरवाही. अधिकारी और कर्मचारियों के गलत फैसलों की वजह से सरकारी योजनाओं का लाभ कई बार जनता को नहीं मिल पाता है. सरकारी निधि तो खर्च होती है, किंतु मिलने वाली सुविधाओं का लाभ लोगों को नहीं मिलता. ऐसा ही मामला स्वास्थ्य विभाग में भंडारा जिप के स्वास्थ्य विभाग में देखने को मिला. उदाहरण प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गोबरवाही में देखने को मिलता है. करीब 15 वर्ष पूर्व स्वास्थ्य केंद्र परिसर में पीएम गृह का निर्माण करीब 05 लाख रूपये से किया गया, किंतु इतने वर्षों में एक भी पीएम नहीं किया गया.

गोबरवाही में पुलिस स्टेशन है. इसकी सीमाएं नागपुर व बालाघाट जिले से लगी हुई है. यह पर्वतीय वनांचल, आदिवासी बहुल, क्षेत्र है.  दूर-दूर तक गांव बसे हैं. इन गांवों में यदा कदा संदेहास्पद मृत्यु होती रहती है. ग्रामीणों को 50 किमी दूर तुमसर उपजिला अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम करने ले जाया जाता है, उसके बाद शव को अंतेष्टी के लिए अपने गांव लाना पड़ता है. जिसमें लोगों को काफी परेशानी झेलना पड़ता है.  गोबरवाही स्वास्थ्य केंद्र में निर्मित पीएम गृह में पोस्टमार्टम करने की मांग अंचल की जनता ने की है.