- भारत-तिब्बत मैत्री संघ ने की मांग
भंडारा. भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देते हुए मानव अधिकारों के लिए लड़ने वाले दलाई लामा को भारतरत्न पुरस्कार नहीं दिया गया. इसके लिए राज्यों को आगे आना चाहिए. सरकार को दलाई लामा को विधानसभा में आमंत्रित करना चाहिए. भारत सरकार को भारतरत्न देने की सिफारिश करनी चाहिए. ऐसा आह्वान भारत-तिब्बत मैत्री संघ ने किया है.
विश्व मानवाधिकार दिवस व दलाई लामा नोबल पुरस्कार दिवस का संयुक्त कार्यक्रम भारत तिब्बत मैत्री संघ की ओर से रूपचंद रामटेके की अध्यक्षता में लिया गया. इस अवसर पर अमृत बन्सोड, महेंद्र गडकर, मनोहर गणवीर, प्रा. अर्जुन गोडबोले, एड. डी. के. वानखेडे, डी. एफ. कोचे, महादेव मेश्राम उपस्थित थे.
संचालन मोरेश्वर गेडाम ने व आभार उपाध्यक्ष गुलशन गजभिये ने माना. सफलतार्थ आहुजा डोंगरे, आदिनाथ नागदेवे, लता करवाडे, अरुण अंबादे, करण रामटेके, एम. डब्ल्यू दहिवले, सचिन गभणे, नीतेश शहारे, सिद्धार्थ चौधरी, एड. विलास कानेकर, आनंद गजभिए, पुष्पा मेश्राम, सीमा बन्सोड, मनोहर देशभ्रतार व सदस्यों ने प्रयास किया.