Rice in Shops
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    • न बिल, न कागजात भंडारा-गोंदिया में चल रहा मनमाना कामकाज

    साकोली. भंडारा-गोंदिया जिले में चावल तस्कर बहुत सक्रिय हैं. ये चावल तस्कर बहुत ही गोपनीय तरीके से काम करते हैं. सफेद चावल का काला कारोबार बहुत ही गुप्त तरीके से किया जा रहा है. न बिल और न कोई कागजात सब कुछ केवल मुंहजबानी किया जा रहा है. कहा जा रहा है अधिकारियों के साथ मिलीभगत करके किया जा रहा यह काला कारोबार किसके इशारे पर किया जा रहा है, इसका सरगना कौन है, इसका पता चलना अभी बाकी है. 

    महाराष्ट्र के धान उत्पादक जिलों में शुमार भंडारा तथा गोंदिया में धान की खरीदी सरकार तथा व्यापारियों की जरिए की जाती है. सरकार की ओर खरीदे जाने वाले धान की भरडाई राईस मिल के माध्यम से की जाती है. यही धान सरकारी राशन की दुकानों में भी भेजा जाता है. जिला आपूर्ति अधिकारी कार्यालय तथा विपणन महासंघ की ओर से धान से तब्दील चावल को मांग के अनुरुप पहुंचाया जाता है. लेकिन जिले के सफेद सोने की कुछ दलालों द्वारा तस्करी भी की जा रही है. यह तस्करी दलालों के जरिए की जा रही है

    नाम न छापने के शर्त पर इस बात की जानकारी मिली कि भंडारा-गोंदिया जिले से धान की तस्करी बड़ी ही गुप्त तरीके से की जा रही है. व्यापारी तथा राईस मिल मालिक तथा कहीं-कहीं अधिकारी भी चावल तस्करी के इस काले कारोबार में शामिल हैं. पिछले दिनों लूटमार के मामले में पुलिस ने 8 लोगों को गिरफ्तार किया था.

    इस मामले की छानबीन करने पर इस बात का खुलासा हुआ कि यहां से चावल की तस्करी की जाती है. इसके बाद पुलिस ने इस बारे में अपनी पकड़ मजबूत करनी शुरु कर दी. इसके बाद मामला जिलाधिकारी कार्यालय, आयकर तथा बिक्री कर कार्यालय से इस मामले में आवश्यक जानकारी मंगवाई. तेलंगाना से अल्प दर में राज्य में चावल की खरीदी की  जा रही है. 

    अवैध रूप से खरीदी गया यह चावल ट्रक की सहायता से महाराष्ट्र भेजा जाता है, तेलंगाना के हसनपट्टी, वारंगल, परमसिलिटी. बोदापल्ली से चावल की तस्करी की जा रही है. तेलांगाना से चावल से भरा ट्रक सीधे राइस मिल पर पहुंचता है. इस ट्रक के साथ तेलंगाना के व्यापारी का एक हाजिर रहता है, हर माह साढ़े तीन हजार क्विंटल धान की आवक यहां होती है.

    साकोली तहसील में हुए 22 लाख, 50 हजार रूपए की लूट के बाद से पुलिस सर्तक हो गई. पुलिस विभाग की ओर से लगातार यह कोशिश जारी है कि परप्रांत में जारी चावल की कालाबाजारी पर हर हाल मे रोक लगे.