Shravan Bal yojna

  • मामले की हो उच्चस्तरीय जांच

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मोहाड़ी. सरकार की श्रावणबाल निवृत्ति योजना, संजय गांधी निराधार योजना जैसी योजनाओं का लाभ प्राप्त कर देनेवाला गिरोह तहसील में कार्यरत हैं. फर्जी दस्तावेज तैयार कर देने के 35 मामले सामने आए हैं. इनमें से 2-4 लोगों को छोड़कर अन्य सभी लोग 35 से 50 वर्ष आयु के आसपास के हैं. इन सभी मामलों में पटवारी के हस्ताक्षर कापी पेस्ट कर इस्तेमाल किए जाने का खुलासा हुआ है. उक्त मामले की उच्चस्तरीय जांच करने की मांग की जा रही है.

प्रतिमाह 1,000 रु. का अनुदान
श्रावण बाल निवृत्ति योजना, राष्ट्रीय वृद्धापकाल निवृत्ति वेतन योजना में 65 वर्ष की आयु पूर्ण हो चुके लोगों को सरकार द्वारा प्रतिमाह 1 हजार रु. अनुदान दिया जाता है. यह योजना निराधार होनेवाले वृद्धों के लिए है, लेकिन जिनके लड़के सरकारी नौकरी पर हैं या अच्छा व्यवसाय कर रहे हैं ऐसे लोग भी वर्तमान में इस योजना का लाभ ले रहे हैं. मोहाडी तहसील के ताडगाव के 35 लोगों ने इस योजना के लिए आवेदन किए हैं. 

की हस्ताक्षर की नकल
इस योजना के लिए आवश्यक पटवारी रिपोर्ट के लिए इन सभी आवेदनकर्ताओं ने यहां के पटवारी की ओर नहीं जाकर उनके हस्ताक्षर की नकल कर कम्प्यूटर द्वारा कापी पेस्ट कर जाली पटवारी रिपोर्ट बनाई है. यह बात यहां के पटवारी अंकुश धांडे के ध्यान में आने से उन्होंने इस मामले की जांच के लिए तहसीलदार मोहाड़ी की ओर शिकायत की. इस पर तहसीलदार ने जांच के आदेश दिए हैं. जांच के बाद संबंधितों पर गुनाह दर्ज किया जाएगा. विशेष यह है कि इन सभी 35 मामलों पर गवाह के रूप में एक ही व्यक्ति ने हस्ताक्षर किए हैं. इस मामले में जोड़े गए जांब के डाक्टर का वैद्यकीय प्रमाणपत्र फर्जी है क्या इसकी भी जांच होने की आवश्यकता है. 

गंभीर है मामला : बोंबुर्डे
मोहाड़ी के तहसीलदार देवदास बोंबुर्डे ने कहा कि यह मामला गंभीर है. इस मामले की जांच करने के आदेश नायब तहसीलदार हुकरे को दिए गए हैं. धोप के पटवारी धांडे ने बताया कि यह 35 मामले मेरी ओर आए ही नहीं एवं मैंने पटवारी रिपोर्ट भरकर नहीं दी तथा हस्ताक्षर भी मैंने नहीं किए. मेरे हस्ताक्षर किसी प्रमाणपत्र के माध्यम से उठाकर कापी पेस्ट कर झूठी रिपोर्ट बनाई गई है. इसकी शिकायत तहसीलदार मोहाड़ी की ओर की गई है.