मोहाडी. आरोपी को महिला के साथ अनैतिक संबंध बनाते हुए बच्चे ने देख लिया था. यह बच्चा अपने परिजनों के सामने सब उगल देगा, गांव में बदनामी से बचने के लिए बच्चे को ही रास्ते से हटा दिया गया. हत्याकांड को अंजाम देने के लिए बच्चे को आरोपी ने बहलाफुसलाकर अपने साथ में 70 किमी दूर ले गया. भंडारा तहसील के श्रीनगर पहेला में उसने गला दबाकर हत्या की. मोहाडी तहसील के सालेबर्डी निवासी आरोपी निलेश चंदन गजभिये (23) को गिरफ्तार किया गया है. मृतक का नाम विहान राजेंद्र लांजेवार (6) है.
आंधलगाव पुलिस स्टेशन अंतर्गत सालेबर्डी में मृतक विहान के पिता राजेंद्र लांजेवार एवं आरोपी निलेश चंदन गजभिये यह पडोसी है. आरोपी का लांजेवार परिवार के घर आना जाना था. 22 नवंबर को आरोपी निलेश ने विहान को बुलाया. उसे अपने खेत पर ले गया. वहां से अपनी मोटरसाइकिल पर बिठाकर भंडारा पहुंचा. इसके बाद पहेला के नजदिक श्रीनगर के पास में पहुंचा.
सालेबर्डी से श्रीनगर की दूरी लगभग 70 किमी है. वहां पर सडक किनारे एक नहर पर पुल के पास में गाडी रोकी. अगले की पल निलेश ने अपनी असलीयत दिखाई और बेरहमी से विहान का गला दबा दिया. मामले को रफादफा करने के लिए विहान के शव को पुल के निचे सिमेंट पायली में फेंक दिया. हत्या को अंजाम देने के बाद वह श्रीनगर के पास में ही अपने दादा के गांव पहुंचा. कुछ हुआ ही नहीं इस बर्ताव में दादा के घर पहुंचा. बाद में वह वापिस सालेबर्डी पहुंचा.
इधर विहान की खोज जारी थी. अंत में आंधलगाव पुलिस में गुमशुदगी की शिकायत दी गयी. पुलिस तुरंत हरकत में आयी. खुफिया जानकारी के आधार पर आरंभ में संशयित आरोपी के तौर पर 22 नवंबर को निलेश को गिरफ्त में लिया गया. दो दिन निलेश स्वयं को बेगुनाह बताते रहा. लेकिन पुलिस ने अपने ढंग से पूछताछ जारी रखी. 24 नवंबर को निलेश ने गुनाह कबूला. पुलिस उसे लेकर श्रीनगर पहुंची. घटनास्थल से विहान का शव बरामद किया गया.
अनैतिक संबंध में हुई हत्या
सूत्रों की माने तो विहान ने निलेश को महिला के साथ आपत्तिजनक स्थिति में देखा था. इसके बाद से जननिंदा के डर से आरोपी निलेश ने विहान को अपने रास्ते से हटाने की सोची. आगे की जांच आंधलगाव पुलिस स्टेशन में नवनियुक्त थानेदार शुभास बारसे, पुलिस हवालदार राजेश बाबरे कर रहे है.
गमनीम माहौल में अंतिम संस्कार
पोस्टमार्टम के बाद जब विहान का शव गांव लाया गया. पूरा गांव शोक में डूबा था. आरोपी को लेकर ग्रामीणों में गुस्सा है. गमनीम माहौल में विहान का अंतिम संस्कार किया गया.