Snake birth
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  • सर्पमित्र के कारण मिला जीवनदान

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भंडारा. लाखनी तहसील के जेवनाला में घोणस जाति के सांप को पकड़कर एक सर्पमित्र ने अपने घर में सुरक्षित रखा. दूसरे ही दिन इस सांप को वन में छोड़ आने का फैसला लिया गया, किंतु जब सुबह उठकर देखा तो पाया कि सांप ने करीब 59 बच्चों को जन्म दिया. सांप को उसके बच्चें के साथ छोड़ा गया.

घोणस जाति के सांप को पकड़ा था
लाखनी तहसील के जेवनाला के वाइल्ड हार्ट फाउंडेशन व निसर्गमित्र ग्रुप के सर्पमित्रों को जानकारी मिली. जिसके बाद समीत हेमणे, संदीप शेंडे, रोशन नेताम के साथ कुछ सर्पमित्र चकारा गांव पहुंचे, किंतु सांप पकड़ने में देरी होने से उसे वन में छोड़ना संभव नहीं था. इस कारण इस सांप को सुरक्षित पकड़कर जेवनाला लाकर उसे पानी के खाली ड्रम में रखा गया. दूसरे ही दिन सुबह देखने पर उस ड्रम में इस घोणस सांप ने करीब 59 बच्चों को जन्म देने का दिखाई दिया. उन्होंने पंचनामा कर घोणस व 59 बच्चों को वनविभाग के आरक्षित वनक्षेत्र में छोड़ा. इसके लिए आदेश गोंदाले, दीनदयाल गिरेपुंजे, राकेश हेमणे ने प्रयास किया. 

सांप को जीवनदान दें : हेमणे
जेवनाला के सर्पमित्र समीप हेमणे ने बताया कि घोणस जहरीला सांप है. यह पर्यावरण के लिए उपयुक्त है. हमने सांप व उसके बच्चों को सुरक्षित छोड़ दिया है. परिसर में कोई भी सांप दिखाई देने पर सर्पमित्र को बुलाकर सांप को जीवनदान देकर पर्यावरण संवर्धन के लिए मदद करनी चाहिए.