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    भंडारा. पिछले खरीफ फसल के संकट के कारण कृषि विभाग ने किसानों से ग्रीष्मकालीन फसल लेने का आह्वान किया था. इस गर्मी में जिले के किसानों ने ग्रीष्मकालीन धान की फसल बोई है. ग्रीष्मकालीन बुवाई के क्षेत्र में वृद्धि के साथ किसानों को ग्रीष्मकालीन फसल का सहारा मिलेगा. जिन किसानों के पास सिंचाई की सुविधा है. कृषि विभाग ने उन किसानों से ग्रीष्मकालीन धान की फसल के साथ-साथ अन्य फसलों की बुवाई करने का आह्वान किया था.

    कई किसानों की धान की फसल में देरी हुई है. जिले के अन्य तहसीलों के किसानों ने बड़े पैमाने पर धान बुआई की है. इन फसलों की मदद से खरीफ सीजन में किसानों को बुआई में मदद होगी. पिछले खरीफ सीजन की सोयाबीन की फसल की बुवाई की लागत को कवर नहीं करने के बाद बोंड इल्ली ने कपास की फसल पर आक्रमण कर दिया. किसानों ने बड़े पैमाने पर चना एवं गेहूं की बुआई की. जिले में इस वर्ष गेहूं का अच्छा उत्पादन हुआ है. कई किसानों ने ग्रीष्मकालीन धान की फसल बोई है.