लोहार समाज अपने पारंपरिक व्यवसाय का कर रहा है जतन

  • सरकार की अनेक योजनों से वंचित

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दिघोरी मोठी. लोहार समाज बदलते दौर में भी अपने परंपरागत व्यवसाय से दूर नहीं हुआ है. दिघोरी मोठी के सरकार की अनेक योजनाओं से वंचित लोहार समाज समाज के युवक  रवि धर्मा बोरकर ने अपने लोहे के कृषि हथियार, जमीन खोदने की सामग्री, धान कटाई की सामग्री  के साथ-साथ लकड़ी के सोफा सेट, दीवान, पलंग तैयार करके लोहार समाज के पारंपरिक व्यवसाय की जतन कर रहे हैं.

लोहार समाज को मुख्य प्रवाह में लाने तथा उनके जीवन-स्तर को ऊपर उठाने के लिए कई योजनाओं  को समाविष्ट करना है, लेकिन सरकार, प्रशासन के  मार्गदर्शन के अभाव में समाज आज भी उपेक्षितों की  तरह जीवन जी रहे हैं. वे टूटी-फूटी झोपड़ियों में रह कर किसी तरह अपना जीवन गुजार रहे हैं.