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भंडारा (का). प्रकृति में बदलाव का नियम पहले की तरह अब भी हो रहा है. 26 सितंबर से सूर्य का हस्त नक्षत्र शुरु हो गया है. उत्तरा नक्षत्र की समाप्ति के बाद शुरु हुए हस्त नक्षत्र का वाहन घोडा है. अगस्त माह में जब वर्षा की शुरुआत हुई थी, तो भंडारा जिले के किसानों ने कहा कि आश्लेषा नक्षत्र में अच्छी वर्षा होगी.

मघा, पूर्वा, उत्तरा इन नक्षत्रों में हुई वर्षा कहीं खुशी, कहीं गम की कहावत वाली साबित हुई है. हस्त नक्षत्र में अच्छी वर्षा होने की उम्मीद जतायी तो जा रही है, लेकिन लोगों का कहना है वैनगंगा, चुलबंद नदियों में इतना पानी न बढ़ जाए कि बाढ़ जैसी स्थिति पैदा न हो. अगस्त माह में आई बाढ़ के कारण बहुत से गांव में बाढ़ का पानी समा गया था.

बाढ़ का पानी एक सप्ताह तक खेतों में जमा रहा, इस बाढ़ को किसान अभी तक भूले नहीं हैं, इसीलिए किसानों की मंशा है कि हस्त नक्षत्र में इतनी वर्षा न हो कि बाढ़ जैसी स्थिति का सामना करना पड़े. जून से लेकर सितंबर माह तक वर्षा का मौसम रहता है, सितंबर माह समाप्त होने में अब दो दिन ही शे। बचे हैं, ऐसे में हस्त नक्षत्र में वर्षा ज्यादा न हो, ऐसी उम्मीद जिले के किसानों की ओर की जा रही है.