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भंडारा. कोरोना की वजह से भंडारा जिले में हुई पहली मौत ने खलबली मचा दी है. सभी इस बात को परेशान हे कि मृतक की कोई ट्रैव्हल हिस्ट्री नहीं थी. ऐसे में उसके कोरोना की चपेट में आना बेहद आश्चर्यनजक है.

स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार 6 जुलाई को बुखार, खांसी की शिकायत के बाद वह निजी होमियोपैथी अस्पताल गया था. खांसी बढने के बाद वह 8 जुलाई को एक निजी अस्पताल पहुंचा. वहां उसे एक्स रे निकालने की सलाह दी गयी. दवाई लेकर मरिज घर पहुंचा. एक्स रे में फेफडे के दोनों हिस्से में निमोनिया का निदान होने से उसे जिला अस्पताल भंडारा में भर्ती किया गया.

9 जुलाई को सुबह 11.30 बजे भर्ती होने के पश्चात पुन: जांच की गयी. जिसमें बिलाट्रल न्यूमोनिया का निदान किया गया. तत्काल उपचार आरंभ कर मरिज को आक्सिजन लगना पडा. एन्टीबायोटिक ब्रान्कोडायलेटर व आवश्यक्ता के अनुसार दवाईयां दी गयी. मरिज का सुबह एवं शाम में आक्सिजन सैच्युरेशन लिया गया. जो नार्मल पाया गया. 

12 जुलाई को अचानक सांस लेने में दिक्कत होने लगी. मरिज के कोरोना संशयित होने से थ्रोट स्वैब नागपुर जांच के लिए भेजे गए नागपुर जांच के लिए भेजे गए. रिपोर्ट 12 जुलाई को प्राप्त हुई. जांच रिपोर्ट पाजिटिव्ह थी.  इसी दौरान मरिज की मौत हो गयी.