कवलेवाडा साजे का कार्य होता है गुरढा साजे से

  • पालांदूर पटवारी की ओर प्रभार देकर समस्या दूर करने की मांग

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पालांदूर (सं). कवलेवाडा साजे का गठन लगभग 3 वर्ष पहले वरिष्ठ स्तर पर पालांदूर के पटवारी साजे का पुनर्गठन करके किया गया था. कवलेवाडा पटवारी साजे के तहत कवलेवाडा, मेंगापूर, घोडेझरी, निमगाव, कवलशी, खैरी, मुरमाडी एवं हमेशा यह 8 गाव जोडे गए. उस समय इस नवगठित पटवारी साजे का प्रबंधन पालांदूर पटवारी की ओर प्रभारी के रूप में सौंपा गया था. यह प्रबंधन पूरे वर्ष जारी रहा. लेकिन इसके बाद, इस प्रबंधन को पालांदूर से हटा दिया गया और खराशी सजे को जोड़ा गया. 7-8 महिनों के बाद फिर से यह प्रबंधन गुरढा से शुरू होने का बताया जा रहा है.

कवलेवाडा साजे में राजस्व कामकाज एवं विभिन्न प्रकार के दस्तावेजों के लिए 8 गाव के किसान एवं नागरिकों को करीब 7 से 8 किमी. दुरी पर पैदल चलकर जाना पडता है. जिससे उनकों शारीरिक, आर्थिक एवं मानसिक परेशानी का सामना करना पड रहा है. एवं कवलेवाडा के साजे में पटवारी का दिन तय नहीं रहने से कवलेवाडा का कारभार गुरढा से चलाया जा रहा है.

यह प्रकार रोकना चाहिए ऐसी मांग किसानों के साथ ग्रामवासी कर रहे है. किसी काम के लिए पटवारी को मोबाइल से संपर्क करने पर वह प्रतिसाद नहीं देते है. इस कारण उनके कार्यप्रणाली पर भी सवाल खडा होता है. ग्रामवासियों की यह समस्या का ध्यान लेते हुए कवलेवाडा साजे का गुरढा साजे से शुरू होनेवाला कामकाज पूर्ववत पालांदूर पटवारी साजे से जोडा जाए ऐसी मांग का निवेदन उपसरपंच स्वप्नील खंडाईत ने प्रभारी तहसीलदार लाखनी को सौंपा.

नागरिकों की समस्या दूर होगी : सरपंच बडोले
कवलेवाडा ग्रापं. सरपंच केशव बडोले ने कहां कि यदि कवलेवाड़ा साजा के प्रबंधन को पालांदूर पटवारी साजा के पटवारी की ओर स्थानांतरित कर दिया जाता है, तो कवलेवाड़ा एवं आसपास के क्षेत्रों के नागरिकों की शारीरिक, वित्तीय एवं मानसिक कठिनाइयों को कम किया जाएगा और समय की बचत होगी.