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लाखनी. लाखनी नगर पंचायत के पास किसी भी तरह का अग्निशमन यंत्र या   तकनीक नहीं है. विगत दिनों लाखनी में मध्य रात्रि में हुए अग्निकांड में यह खुलकर सामने आयी कि लाखनी में अगर अग्निकांड की कोई घटना हो जाए, इस पर काबू पाने के लिए लाखनी नगर पंचायत के पास कोई तात्कालिक व्यवस्था नहीं है.

पिछले कई वर्षों से नगर पंचायत का कामकाज अग्निशमन यंत्र के बगैर ही चल रहा है. इस बारे में न तो संबंधित विभाग को चिंता है और न ही संबंधित अधिकारियों को इससे कुछ लेना-देना है.

स्थानीय सिंधी लाइन परिसर में दो दुकानों में भीषण आग लग गई. आग लगने से दोनों दुकानें जलकर खाक हो गई और बताया जा रहा है कि इस अग्निकांड में 12 लाख रूप का नुकसान हुआ है. लाखनी तहसील का प्रमुख हिस्सा होने के कारण यहां सिंधी लाइन बड़ा बाजार क्षेत्र है. यहां दिनभर आसपास के गांव के ग्राहकों का आना-जाना जारी रहता है.

सिंधी लाइन क्षेत्र में अगर दुर्भाग्य से किसी आग लग गई तो उसे बुझाने के लिए कोई साधन लाखनी नगर पंचायत के पास नहीं है. अशोक लेलैंड या जेएमसी कंपनी की अग्निशमन वाहन की प्रतीक्षा करनी पड़ती है. जब तक यह वाहन घटनास्थल तक पहुंचती है, तक देर बहुत देर हो चुकी होती है.

इससे पहले मुख्य महामार्ग के प्लास्टिक वस्तुओं की बिक्री के दुकानों में भी आग लगी थी, उस वक्त भी नगर पंचायत प्रशासन की मदद नहीं मिली थी. विगत दिनों हुई अग्निकांड की तरह की घटना अगर रहिवासी क्षेत्र में हुई तो भारी पैमाने पर नुकसान होने की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता.