प्रतीकात्मक तस्वीर
प्रतीकात्मक तस्वीर

  • राजस्व, पुलिस, कृषि विभाग ने मूंद रखीं हैं आंखें

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पालांदूर (सं). विश्व का पालनकर्ता किसानों को  सक्षम करने के लिए राज्य सरकार की ओर से विभिन्न विभागों की शुरु की गई योजनाएं  अमल में लायी जा रही हैं. किसान जब ट्रैक्टर खरीदता है, उस वक्त उप प्रादेशिक परिवहन कार्यालय में ट्रैक्टर का उपयोग कृषि कार्य के लिए किया जाएगा, ऐसा दस्तावेज में दर्ज  तकना है, लेकिन प्रत्यक्ष में देखा जाए तो खरीदे गए ट्रैक्टर का  उपयोग अवैध धंधों में होने की बात सामने आती है.

पालांदूर परिसर में कई ट्रैक्टरधारक किसानों के ट्रैक्टर को अवैध कार्य में उपयोग में लाया जा रहा है, यह बात सामने आई है. इस वजह से सरकार की करोड़ों रुपए की राजस्व राशि पानी में जा रही है. ट्रैक्टर गलत हाथों में चले जाने के कारण जरूरतमंद किसान कई सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित रह गए है, ऐसा चित्र दिखायी दे रहा है.

पालांदूर तथा उसके आसरास के परिसार में सुबह से ही रास्तों पर ऐसे बहुत से ट्रैक्टर खड़े दिखायी देते हैं जो अवैध कामकाज में लिप्त रहते हैं.

 किसानों को सक्षम करने के लिए सरकार की ओर से कृषि यांत्रिकीकरण योजना के अतंर्गत  कृषि उपयोगी औजार तथा ट्रैक्टर योजना का लाभ दिया जाता है. इसके माध्यम से लाखों रुपए की  सबसीडी किसानों को दी  जाती है. किसानों के नाम पर ट्रैक्टर लेकर प्रत्यक्ष रूप से उसका कुछ किसान गलत उपयोग कर रहे हैं.

कृषि कार्य के लिए ट्रैक्टर का उपयोग न करके उसका रेत तस्करी तथा खनीज पदार्थो के आवागमन में उपयोग में लाए जाने की जानकारी मिली है.