Taxi Drivers
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भंडारा (का). जिले के राष्ट्रीय महामार्ग तथा राज्यमार्ग पर रोजगार की तलाश करने वाले काली-पीली ट्रैक्सी के मालिक बेरोजगारी के संकट का सामना कर रहे हैं. कोरोना विषाणु के फैलाव के मद्देनज़र बैंक की ओर से लिए गए कर्ज की धनराशि न चुका पाने के कारण प्रवासी वाहनों के मालिकों की चिंता बहुत ज्यादा बढ़ गई है. प्रवासी वाहन मालिकों की ओर से कर्ज तथा ब्याज दर में छूट देने की मांग की जा रही है.

जिले के राष्ट्रीय महामार्ग तथा राज्य महामार्ग पर विगत 15 वर्ष से रोजगार निर्माण में से काली-पीली ट्रैक्सी दौड़ रही हैं. काली-पीली ट्रैक्सी खरीदने के लिए बैंक तथा पंतसंस्था का कर्ज खरीदार ने लिया. राज्य मार्ग पर प्रवासी वाहनों का आवागमन करने वाली ट्रैक्सी के मालिक ने उसको कर्ज लेकर खरीदा होता इसलिए वाहन के मालिक को इस बात की चिंता सदैव सताती रहती है कि बैंक का हफ्ता कैसा चुकाया जाएगा. कोरोना के कारण अन्य क्षेत्रों की तरह प्रवासी वाहन मालिकों का संकट भी बहुत बढ़ा दिया है.

डीजल की बढ़ती दरें तथा वाहन से प्राप्त होने वाली धनराशि तथा उसके रख-रखाव में आने वाले खर्चो को देखते हुए प्रवासी वाहन मालिका का संकट भी पहले की तुलना में बहुत ज्यादा बढ़ गया है.