आसमान छू रहे सब्जियों के दाम

  • उत्सव के दौरान महंगाई की मार

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भंडारा. कोरोना संकट में सागसब्जियों के साथ साथ किराने के साहित्यों की कीमतों में वृद्धि होने देखा जा रहा है. पखवाडा पूर्व सब्जियों के साथ किराने के साहित्यों की कीमतों में कुछ प्रश अंतर दिखाई देता है, किंतु ऐन उत्सव के दौरान महंगाई ने फिर से एक बार आम लोगों के आर्थिक बजट को बिगाड़ा है. सब्जियां, किराना व फलों की कीमतों में वृद्धि हुई है. भंडारा शहर, जिले के ग्रामीण क्षेत्रों के साथ-साथ अन्य जिलों से भी सब्जियां आती रहती हैं.

विशेषत: शीतकाल के मौसम के आधार पर ग्रामीण क्षेत्रों से सब्जियों की आवक बढ़ रही है, किंतु पर्याप्त मात्रा में सब्जियों के दाम नियंत्रित होते हुए दिखाई नहीं दे रहे है. आलू, प्याज, फूलगोभी, पत्तागोभी, बैगन, शीमला मिर्च, हरा धनिया, मिर्च व अन्य सब्जियों के दाम बढ़ गए है. दाम वृद्धि पिछले कुछ दिनों से है, लेकिन इसमें कोई भी कमी नहीं होकर उल्टा इसमें वृद्धि होने का दिखाई देता है.

तेल की कीमतों में वृद्धि

उत्सव के दौरान किराने के साहित्य के तहत तेल की कीमतें बढ़ रही हैं. तेल की कीमतों में 1 महीने पहले कमी आई थी. किंतु पिछले सप्ताह से तेल की कीमत 8 रुपये से 10 रुपये तक बढ़ गई है. इसके अलावा अन्य साहित्य भी कुछ प्रश की वृद्धि हुई है.

मोसंबी की आवक बढ़ी

पिछले 8 से 10 दिनों से जिले में विशेष रूप से भंडारा शहर में मोसंबी फल की आवक बढ़ी है. 70 रुपये किलो की कीमत से मोसंबी की बिक्री हो रही है. पिछले एक पखवाड़े से सब्जियों के दाम बढ़ रहे हैं. प्याज, आलू, फूलगोभी, बैंगन के अलावा अन्य सब्जियां महंगी हो गई हैं. मिर्च की कीमत 80 रुपये प्रति किलो हैं.