बाबूजी धीरे चलना, प्यार में जरा संभलना..

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साल था 1954 ।  फिल्म रिलीज हुई “आर पार”। इस फिल्म का निर्माण और निर्देशन गुरुदत्त ने किया था साथ ही फिल्म में मुख्य भूमिका भी उन्ही ने निभाई थी ।

यह एक हल्की-फुल्की रोमांटिक फिल्म थी जिसका संगीत सुपरहिट साबित हुआ था। फिल्म के संगीतकार थे ओ पी नैयर और गुरु दत्त की पत्नी गीता दत्त की आवाज में कुछ गाने तो कालजयी साबित हुए।  

ऐसा ही एक गाना था “बाबूजी धीरे चलना …..”। यह गाना फिल्माया गया था  एक नई नवेली अभिनेत्री पर। इस गाने की लोकप्रियता ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए और यह अभिनेत्री भी उस दौर की सुपर सितारा बन गयी।

बेमिसाल हुस्न, लाजवाब अदाओं वाली, ये दिलरुबा अभिनेत्री थी शकीला। लाखों सिनेप्रेमी शकीला के हुस्न-ओ-जमाल के दीवाने हो गए थे । शकीला लंबे समय तक मुम्बई के मरीन ड्राइव स्थित फेमस आर्ट डेको बिल्डिंग ‘गोविंद महल’ में रहती थीं, लेकिन 1991 में उनकी बेटी मीनाज़ ने आत्महत्या कर ली तो वे बांद्रा शिफ्ट हो गईं थीं.

उनकी बड़ी बहन नूर ने मशहूर कॉमेडियन जॉनी वॉकर से शादी की थी. शकीला की छोटी बहन ग़ज़ाला (नसरीन) एक साधारण गृहणी थीं.

शकीला ने 14 साल के अपने करियर में कुल 72 फिल्मों में अभिनय किया है। शकीला ने एनआरआई बिजनेसमैन जॉनी बार्बर से शादी की। 1963 में बॉलीवुड इंडस्ट्री से अलविदा कहने के बाद वे पति के साथ यूके शिफ्ट हो गई थीं और 20 सितंबर, 2017 को 82 साल की उम्र में दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया। 

आज भी 20 सितंबर है । शकीला की पुण्यतिथि।  तो उनकी पुण्यतिथि पर सुनिये उनके अभिनय से सजा यह सुपर डुपर हिट गीत ।

बाबूजी धीरे चलना

प्यार में ज़रा सम्भलना

हाँ बड़े धोखे हैं

बड़े धोखे हैं इस राह में, बाबूजी …

क्यूँ हो खोये हुये सर झुकाये

जैसे जाते हो सब कुछ लुटाये

ये तो बाबूजी पहला कदम है

नज़र आते हैं अपने पराये

हाँ बड़े धोखे हैं …

विनम्र श्रद्धांजलि। शत शत नमन

सुधांशु टाक