भैंस चराने वाली कैसे बनी IAS ऑफ़िसर, शादी से भी की थी बगावत, जानिए एक और महिला जो बनीं प्रेरणा

    Loading

    -सीमा कुमारी

    कहते हैं, अगर व्यक्ति के मन में लगन और दृढ़ ईच्छा शक्ति हो तो कितने भी परेशानी, अभाव और अवरोध हों, तो भी उसकी सफलता को रोक नहीं सकते हैं। इसी कथन को सही साबित किया है, तमिलनाडु राज्य में एक गरीब परिवार में जन्मी सी वनमती (C Vanmathi) की मवेशियों को पालने से लेकर IAS बनने का सफर आसान नहीं था। मगर, अपनी हिम्मत और हौसले से अपनी लक्ष्य को पूरा किया।

    अपने संघर्ष के रास्ते में आने वाली कठिनाइयों के बावजूद, वनमती ने सभी बाधाओं को दूर करते हुए समाज में अपनी अलग पहचान बनाई। आइए जानें होनहार ‘सी. वनमती’ की प्रेरक स्टोरी-

    जानकारों के अनुसार, केरल के एक गरीब परिवार में पैदा हुई वनमती के पिता टैक्सी ड्राईवर थे और जैसे-तैसे घर खर्च चलाते थे। यही वजह है कि हाई स्कूल की पढ़ाई पूरी की, रिश्तेदार उनकी शादी का दबाव डालने लगे। मगर, माता पिता के समर्थन से उन्होंने अपना सपना पूरा करने पर जोर दिया। IAS अफ़सर बनने के लिए उन्हें परिवार से ही बगावत भी करनी पड़ी। वनमती ने शादी से इंकार कर दिया था। इसके बाद उन्होंने ग्रेजुएशन और फिर कंप्यूटर एप्लीकेशन में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री ली। पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने यूपीएससी (UPSC) की तैयारी शुरू की।

    अपने खर्चे खुद उठाने के लिए उन्होंने इसके साथ एक प्राइवेट बैंक में नौकरी भी की। मगर, वह यूपीएससी के पहले प्रयास में असफल रही लेकिन उन्होंने अपना हौंसला नहीं छोड़ा। 2015 में उन्होंने दोबारा एग्जाम दिया और संघर्ष व मेहनत से वह एग्जाम क्लियर कर गईं।

    उन्होंने अपने जीवन के शुरुआती दिनों में बहुत से छोटे-मोटे काम किए। वह मवेशियों को खिलाने और घरेलू पशुओं के पालन-पोषण की जिम्मेदारियों का ध्यान रखती थी। उन्हें भैंस चराने के लिए भी जाना पड़ता था। हालांकि, उनके लिए पढ़ाई हमेशा पहले आती थी, क्योंकि उनका लक्ष्य IAS ऑफिसर बनना था। उन्होंने ऑल इंडिया 152वां स्थान हासिल किया। वर्तमान में वह एक जिला आईएएस अधिकारी के रूप में काम कर रही हैं।

    वनमती को IAS बनने की प्रेरणा रील और रियल लाइफ दोनों से मिली। पहली थी वो महिला, जो अपने गृह नगर जिला कलेक्टर बनकर आई थी। दूसरा यमुना सरस्वती नाम का एक टीवी शो था, जिसमें एक आईएएस अधिकारी के रूप में मुख्य महिला ने अभिनय किया था। वनमती उन सारी महिलाओं के लिए प्रेरणा स्रोत हैं, जो हालातों से हारकर अपने सपनों को बीच में छोड़ देती है।