37 साल पहले दिसंबर में ही किया था इंदिरा गांधी ने आम लोगों की मारूति 800 का उद्घाटन

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आज के आधुनिक जीवन में कार लोगों की सामन्य ज़रूरतों में शामिल हो गई है। आज की तारीख में रोड पर साइकिल और बाइक से ज़्यादा कारें दौड़ती हुई दिखती हैं। वहीं अगर देश की सबसे पॉपुलर कार ब्रांड की बात कि जाए तो वह मारुती है। इस कंपनी की कार हमारे देश में बहुत चलती है। इस कंपनी ने लोगों के बीच अच्छी खासी जगह बना रखी है। मार्केट में मारुति कंपनी का अपना खास महत्व है। मारुती कंपनी की कारें आम लोगों के लिए एक बेहतर ऑप्शन मानी जाती है। क्योंकि यह बेहद अच्छी, किफायती और सस्ती होती है। 

मारुती कंपनी का जन्म आम लोगों की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए 37 साल पहले 14 दिसंबर 1983 को हुआ था। इस कंपनी की कारों को आम लोगों की कार माना जाता है। यह देश की अब तक की सबसे सफल कारों की कंपनी में से एक है। उस समय जो लोग कार खरीदने के सपने देखते थे, लेकिन वह पैसों की कमी की वजह से खरीद नहीं पाते। ऐसे में यह मारुती कार आम लोगों के लिए किसी सपने से कम न थी। यह किफायती होने की वजह से आम लोग इसे आसानी से खरीद पाते थे।  

इंदिरा गाँधी ने किया था उद्घाटन:-
भारत में मारुति पहली बार सिर्फ 47,500 रुपए की कीमत पर लॉन्च हुई थी। इस कंपनी की कार ने देश में कारों की सफल यात्रा की शुरुआत की। उस समय भारत की तत्कालीन प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी थी। उन्होंने ही गुड़गांव में मारुति कारखाने का उदघाटन किया था। यह कंपनी उस समय हर 800वें मिनट में एक नई कार बनाने का दावा कर रही थी। इसी दौरान कंपनी ने अपनी 15 प्रतिशत कारों को वातानुकूलित डीलक्स कारों में बदलने का भी फैसला किया था, जिसकी कीमत 70,000 रुपए थी। उस समय लॉन्चिंग के वक्त कंपनी ने यह दावा किया कि था कि मारुति सुजुकी कार 50 किमी प्रति घंटे की स्थिर गति से चलने पर 25.95 किमी प्रति लीटर का एवरेज देगी। फिर दिसंबर 1983 में इंदिरा गांधी ने पहली बार मारुति 800 की चाबी हरपाल सिंह को सौंपी थी।

मारुति कंपनी ने अपनी 800 के लॉन्च के बाद अलग-अलग सेगमेंट पर काम करने का फैसला किया। वर्ष 1984 में ओमनी मिनीवैन और 1985 में भारत प्रतिष्ठित जिप्सी लॉन्च हुई। वहीं फिर साल 1990 में मारुति सुजुकी ने पहली सेडान लॉन्च किया था। जिसे मारुति 1000 भी कहा जाता है। बाद में, साल 1994 में कंपनी ने एक फेसलिफ्ट मॉडल एस्टीम लॉन्च किया गया, जो मूल रूप से भारत में सेडान ट्रेंड की नींव रखी थी। भारत के कुछ हिस्सों में यह कार नज़र भी आती है। एस्टीम के बाद वर्ष 1993 में मारुति सुजुकी ने प्रीमियम हैचबैक ज़ेन को लॉन्च किया। यह मॉडल भारत में बहुत लोकप्रिय भी हुआ। इसके बाद साल 1995 में कंपनी का दूसरा प्लांट खोला गया। ठीक चार साल बाद 1999 में तीसरा उत्पादन केंद्र भी खोल दिया गया। 

इसके बाद 21 वीं सदी की शुरुआत के साथ मारुति सुजुकी ने ऑल्टो के रूप में एक और आइकन लॉन्च किया। फिर पांच साल बाद 2005 में, स्पोर्टी दिखने वाली लाइफस्टाइल स्विफ्ट को लॉन्च किया गया। जो देश के युवाओं को बहुत पसंद भी आया है। फिर ज़्यादा कीमत वाली ग्रैंड विटारा के असफल होने के बाद कंपनी ने साल 2016 में विटारा ब्रेजा मार्केट में उतारी। जो हॉटे-सेलिंग कॉम्पैक्ट एसयूवी बनी।