काशी की शिवांगी सिंह बनीं राफेल स्क्वाड्रन की पहली महिला फाइटर पायलट

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काशी (Varanasi) की बेटी शिवांगी सिंह भारतीय वायु सेना के लड़ाकू राफेल स्क्वाड्रन की पहली महिला फाइटर पायलट बन गई हैं।  उन्हें देश का सबसे ताकतवर राफेल विमान उड़ाने का गौरव प्राप्त हुआ है। वह राफेल के 17 गोल्डन एरो स्क्वाड्रन टीम में शामिल हुई हैं। अंबाला एयरफोर्स स्टेशन में शिवांगी को इसकी ट्रेनिंग भी दी जा रही है। इससे पहले वह मिग-21 उड़ा चुकी हैं। बेटी को मिले इस सम्मान के बाद पूरे परिवार में बेहद उत्साह है। 

LAC पर राफेल उड़ाती दिखाई देंगी शिवांगी-

वाराणसी की रहने वाली फ्लाइट लेफ्टिनेंट शिवांगी सिंह इस वक्त राजस्थान एयरबेस में तैनात हैं। वह अभी मिग-21 लड़ाकू विमान उड़ाती हैं और जल्द ही वह एलएसी पर राफेल लड़ाकू विमान उड़ाती दिखाई देंगी। 

आपको बता दें कि, इसी साल 10 सितंबर को पांच राफेल लड़ाकू विमानों की पहली खेप अंबाला एयरबेस पर औपचारिक रूप से भारतीय वायुसेना में शामिल की गईं थी।  ये विमान वायुसेना के 17वें स्क्वाड्रन, “गोल्डन एरो” का हिस्सा बने हैं। 

9 वीं क्लास में घुमाया था नाना ने एयरबेस-

शिवांगी के पिता कामेश्वर सिंह ने बताया कि, “शिवांगी के नाना भी फौजी थे। जब वह 9 वीं क्लास में थी तो एक बार वह दिल्ली गई थी। तब नाना ने एयरबेस और म्यूजियम घुमाया था। प्लेन देखकर तभी बोली थी, मैं भी इसको उड़ाना चाहती हूं।” 

शिवांगी ने 2013 से 2016 तक बीएचयू के एनसीसी का प्रशिक्षण लिया था और सनबीम भगवानपुर से बीएससी किया था। शिवांगी की मां सीमा सिंह गृहिणी हैं और भाई मयंक बनारस में 12 वीं का छात्र है। पिता ने बताया कि उनका ट्रांसपोर्ट का बिजनेस है। सामान्य परिवार में रहने के बाद भी बेटी के सपने की उड़ान से पूरे परिवार में खुशी का माहौल है।