विश्वभर में आज यानि 17 सितंबर को विश्व रोगी सुरक्षा दिवस मनाया जाता है। इस दिन का मुख्य उद्देश्य दुनिया भर में लोगों को जागरूक करना तथा रोगी सुरक्षा के बारे में समन्वय और कार्रवाई के साथ-साथ वैश्विक समझ बढ़ाना है। वहीं COVID-19 महामारी जैसे खतरों के बीच स्वास्थ्य कार्यकर्ता, रोगी सुरक्षा में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। महामारी ने दुनिया भर में स्वास्थ्य प्रणालियों पर अभूतपूर्व दबाव डाला है।
इतिहास-
विश्व रोगी सुरक्षा दिवस की शुरुआत विश्व स्वास्थ्य सभा द्वारा 25 मई 2019 को WHA पर 72.6 ‘रोगी सुरक्षा पर वैश्विक कार्रवाई’ प्रस्ताव को अपनाकर की गई थी। जिसके बाद विश्व स्वास्थ्य सभा के समर्थन से प्रतिवर्ष 17 सितंबर को विश्व रोगी सुरक्षा दिवस के रूप में मनाने की घोषणा मई वर्ष 2019 में की गयी। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने 2019 में पहली बार विश्व रोगी सुरक्षा दिवस मनाया था।
उद्देश्य-
- इस दिवस का समग्र उद्देश्य रोगी सुरक्षा की वैश्विक समझ को बढ़ाने, स्वास्थ्य देखभाल की सुरक्षा में सार्वजनिक सहभागिता बढ़ाने और रोगी की हानि को कम करने के लिए वैश्विक कार्यों को बढ़ावा देना है। साथ ही स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की सुरक्षा के महत्व से जुड़े तथ्य के बारे में वैश्विक जागरूकता बढ़ाना भी है।
- महामारी को देखते हुए स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के समर्पण और कड़ी मेहनत के कारण, विशेष रूप से COVID-19 के खिलाफ मौजूदा लड़ाई के बीच सम्मान देना भी है।
विश्व रोगी सुरक्षा दिवस 2020 थीम-
कोरोना महामारी को देखते हुए इस साल विश्व रोगी सुरक्षा दिवस का विषय स्वास्थ्य कार्यकर्ता सुरक्षा: रोगी सुरक्षा के लिए एक प्राथमिकता (Health Worker Safety: A Priority for Patient Safety) है। जहां रोगियों की सुरक्षा के साथ-साथ स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं का भी पूरा ध्यान रखा जाएगा।