एवरग्रीन एक्टर देव आनंद का 97वां जन्मदिन

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मुंबई: बॉलीवुड में करीब 6 दशक तक एक्टिंग का जादू चलाने वाले एवरग्रीन एक्टर देव आनंद का आज 97वां जन्मदिन है. अपने दौर के सबसे बेहतरीन स्टार्स में से एक थे. जिन्हें फैशन आइकन माना जाता था. लड़कियां उनकी एक मुस्कुराहट की कायल हुआ करती थी. 

देव आनंद ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत सन 1946 में फिल्म ‘हम एक हैं’ से की. इस फिल्म में वो हीरो बनकर परदे पर आए, हालांकि फिल्म चल नहीं पाई. इसके बाद साल 1948 में आई ‘जिद्दी’. जिसने देव साहब को हिट बना दिया. इसके अलावा हमसफर, मिस्टर प्राइम मिनिस्टर, बम्बई का बाबू, जिद्दी, हरे रामा हरे कृष्णा, अमन के फरिश्ते, गाइड, सीआईडी उनकी बेहतरीन फिल्मों में से एक हैं.

देव आनंद अपनी एक्टिंग के साथ-साथ अपने अनूठे अंदाज के लिए भी मशहूर थे. देव साहब की फिल्में तो कमाल होती हीं थी साथ हीं उनके गानें भी दर्शकों के दिलों पर छाप छोड़ जाते थे. उनके लुक्स से लेकर हेयरकट तक हर चीज का जलवा था. वैसे तो उन्हें लेकर कई किस्से सुने होंगे, लेकिन काले कोट को लेकर वह बहुत सुर्खियों में रहे हैं.

काले कोट पर था बैन:

देव आनंद काले कोट में अलग ही कहर ढाते थे. उन्हें देखकर उन दिनों सफेद शर्ट पर काला कोट पहनने का स्टाइल बहुत चला था, लेकिन इसके बाद कुछ ऐसा हुआ कि  सार्वजनिक जगहों पर काला कोट पहनने पर ही बैन लगा दिया गया था.

कहते हैं जब कभी देव आनंद काले कपड़ों में दिखते थे तो लड़कियां इस तरह उन पर पागल हो जाती थी. कितनी लड़कियों ने तो उनके काला कोट वाले लुक को देख सुसाइड तक की कोशिश कर डाली थी. ऐसा शायद ही कोई एक्टर हो जिसके लिए इस हद तक दीवानगी देखी गई हो. लड़कियों में इस कदर की दीवानगी देखकर कोर्ट को इस मामले में हस्तक्षेप करना पड़ा. कोर्ट ने पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए देव आनंद के काले कोट पहनने पर बैन लगा दिया था.

देव आनंद खुद जितने बेहतरीन कलाकार रहे, उतने ही टेलेंटेड कई एक्टर्स को फिल्म इंडस्ट्री में लाने का काम भी देव आनंद ने किया. 70 के दशक की मशहूर एक्ट्रेस जीनत अमान ने साल साल 1971 में देव आनंद के साथ फिल्म ‘हरे रामा हरे कृष्णा’ में काम किया. इस फिल्म ने जीनत के करियर को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया. बॉलीवुड की बेहतरीन एक्ट्रेस में से एक तबु ने साल 1985 में देव आनंद की फिल्म ‘हम नौजवान’ से इंडस्ट्री में कदम रखा. टीना मुनीम को फिल्मों में लाने वाले और कोई नहीं बल्कि देव आनंद ही थे. साल 1978 में उन्होंने टीना को फिल्म ‘देश परदेस’ में लॉन्च किया. वहीं जैकी श्रॉफ ने साल 1982 में देव आनंद की फिल्म ‘स्वामी दादा’ से ही अपने करियर का आगाज़ किया था.

हिंदी सिनेमा में योगदान के लिए 2001 में पद्म भूषण और 2002 में दादासाहेब फाल्के पुरस्कार मिला. लेकिन हार्ट अटैक से देवानंद ने 3 दिसंबर 2011 को दुनिया को अलविदा कह दिया.