Drugs Case
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मुंबई: मायानगरी मुंबई में सितारों की चमक, उनकी शौहरत देखते ही बनती है। अपने फेवरेट स्टार की एक झलक देखने के लिए लोग ना जाने क्या-क्या कर जाते हैं। लेकिन सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) की मौत के बाद एक अलग बॉलीवुड लोगों के सामने आ गया है। लोगों के रोल मॉडल बनें बॉलीवुड के स्टार्स सवालों के घेरे में आ गए हैं। 

सुशांत मौत मामले में ड्रग्स एंगल के सामने आते ही कई सेलेब्स के असली चेहरे बेनकाब हुए। सक्सेस के नशे में चूर कुछ सेलेब्स ड्रग्स के नशे में धुआं उड़ाते दिखे। यह हम नहीं कह रहे बल्कि खुद कुछ सेलेब्स के व्हॉटऐप चैट उनकी असलियत की पोल खोल रहे है।

सुशांत सिंग राजपूत की मौत के मामले में जब ड्रग्स का एंगल रिया चक्रवर्ती की वजह से बाहर आया तो लोगों के होश उड़ गए। इस मामले की जांच कर रही एनसीबी की टीम के सामने रिया और बाकी पकड़े गए ड्रग्स पैडलर्स कई मशहूर हस्तियों का नाम लिया। जिनमें दीपिका पादुकोण(Deepika Padukon), श्रद्धा कपूर(Shradha Kapoor), सारा अली खान(Sara Ali Khan) और रकुल प्रीत सिंह(Rakul Preet Singh) का नाम प्रमुख है। इसी वजह से अब यह सभी सेलेब्स एनसीबी की जांच के दायरे में हैं। जिनसे पूछताछ के लिए एनसीबी ने समन भेजा है।

एनसीबी ने जया साहा सेजब पूछताछ की तो उसके ज़रिए दीपिका और उनकी मैनेजर करिश्मा प्रकाश की चैट सामने आयी। इस चैट में कथित तौर पर दीपिका द्वारा करिश्मा से हैश के बारे में बात करते हुए पाया गया। जिसके बाद दीपिका को एनसीबी ने समन भेजा ताकि उनसे पूछताछ के बाद ये साफ हो सके कि क्या वाकई में दीपिका भी ड्रग्स का सेवन करती है या नहीं।

ड्रग्स के मामले में जिस तरह से बॉलीवुड की इन हसीनाओं का नाम सामने आया है, इनकी मुश्किलें बढ़ गई है। इन पर ड्रग्स लेने का आरोप साबित हो जाता है तो इनके लिए परेशानी और भी बढ़ सकती है। इस मामले में विशेष सरकारी वकील उज्ज्वल निकम (Ujjwal Nikam) का कहना है कि, एनसीबी ने ड्रग पैडलर्स और अन्य गिरफ्तार लोगों से पूछताछ के आधार पर सबूत जुटाए हैं। जिन वॉट्सऐप चैट की बात हो रही है, वह एक्ट्रेस के खुद के फोन से हुई है। इसे कोरेबोरेटिव एविडेंस के तौर पर लिया जा सकता है। इसके बाद एक्ट्रेस को साबित करना होगा कि उसने कभी भी ड्रग्स नहीं लिया है। यह कहना गलत है कि वॉट्सऐप चैट को एविडेंस के तौर पर स्वीकार नहीं किया जाएगा।

विशेष सरकारी वकील उज्ज्वल निकम का कहना है कि एनसीबी एक राष्ट्रीय स्तर की एजेंसी है। जिस पर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ड्रग रैकेट्स का भंडाफोड़ करने की जिम्मेदारी है। ऐसे में इस समय जो भी जांच चल रही है, उसका फोकस ड्रग्स लेने वाले बॉलीवुड सेलेब्स के साथ-साथ यह भी पता करना है कि उन्हें ड्रग सप्लाई करने वालों का नेक्सस कहां से ऑपरेट होता है। रिया पर जो आरोप लगे हैं, वह ड्रग्स सिंडीकेट का हिस्सा होने के हैं। ऐसे में यदि दीपिका और अन्य एक्ट्रेस पर भी इसी तरह के आरोप लगे तो उनकी दिक्कत बढ़ सकती है। यदि जांच में यह साबित हो जाए कि ये सभी एक्ट्रेस ड्रग्स सिंडीकेट का हिस्सा हैं तो सजा जरूर मिलेगी। यह मादक पदार्थों की मात्रा के आधार पर तय होगा। लेकिन, यदि उन पर सिर्फ ड्रग्स लेने का आरोप साबित होता है और वह यह बात कोर्ट में कबूल कर लेती हैं तो कोर्ट उन्हें माफीनामे पर छोड़ सकती है। उन्हें यह भी वादा करना होगा कि आगे वे कभी ड्रग्स नहीं लेंगी। 

कहते हैं अदालत के आगे कोई भी दोषी छोटा या बड़ा नहीं होता। क़ानून के सामने हर अपराध करनेवाला दोषी होता है। सज़ा देते वक़्त अदालत यह नहीं देखती कि दोषी व्यक्ति समाज के किस स्तर से संबंधित है। ऐसे में यदि वह व्यक्ती जो समाज का आईना होता है, जिसे बड़े पर्दे पर देख लोग उन्हें फोलो करने लगते हैं, उन्हें अपना आदर्श मानकर उन्हें पूजते हैं। उसी व्यक्ति से यदि कोई ग़लत काम हो जाता है तो उसे उसकी ग़लती का एहसास दिलाना चाहिए। उसे भी उसके अपराध की सज़ा मिलनी चाहिए, ताकि समाज में एक सही संदेश जा सके और दोषी को सबक मिल सके।  

चलिए आपको बताते हैं ड्रग्स की कितनी मात्रा पर कितनी सज़ा होती है?

ड्रग्सगांजा: 1 किलो से कम बरामद हो तो छोटी मात्रा मानी जाती है। 1 किलो से 20 किलो के बीच इंटरमीडिएट मात्रा होती है। दोनों जमानती अपराध हैं। 20 किलो से ऊपर व्यावसायिक मात्रा है। ये गैरजमानती है।

चरस, कोकीन, मरिजुआना और हशीश: 100 ग्राम से कम मात्रा छोटी मात्रा मानी जाती है। इसमें जमानत मिल जाती है। 100 ग्राम से 1 किलो तक मात्रा हो, तो जमानत तथ्यों के आधार पर मिलती है। 1 किलो से ऊपर होने पर जमानत नहीं मिलती।

हेरोइन: 5 ग्राम से कम मात्रा छोटी मात्रा है, यह जमानती अपराध है। 250 ग्राम से ज्यादा व्यावसायिक मात्रा है। इसमें कम से कम 10 साल सजा का प्रावधान है।