Farmers
प्रतीकात्मक तस्वीर

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मलकापुर. कोरोना के चलते सभी ओर लॉकडाऊन किया गया है. लेकिन खरीफ मौसम को देखते हुए कृषि क्षेत्र में काम करने के लिए अनुमति दी गइ है. जिससे तहसील में महत्वपूर्ण फसल मानी जानेवाली कपास की फसल के लिए 21 हजार हेक्टेअर पर बुआई का नियोजन किए जाने की जानकारी कृषि विभाग की ओर से दी गयी है. मलकापुर तहसील में 78 गावों का भौगोलिक क्षेत्र 46,521 हेक्टेअर हैं. जिसमें से 43,421 हेक्टेअर क्षेत्र बुआई का है. इसमें सभी तरह की फसलें ली जाती है. किसान महत्वपूर्ण फसल के रुप में कपास, सोयाबीन, मका को मानते हैं.

वर्ष 2020-21 के खरीफ मौसम में 21 हजार हेक्टेअर क्षेत्र में बुआई का नियोजन किया गया है. जिसमें से सोयाबीन 10,500 हेक्टेअर, मका 500 हे., तुअर 3,500 हे., ज्वार 11,906 हे. में बुआई का नियोजन किया गया है. खरीफ मौसम हेतु प्रशासन द्वरा रासायनिक खाद भरपूर मात्रा में उपलब्ध किया गया है. किसानों ने अधिकृत वक्रिेताओं से कृषि विभाग व्दारा खाद की मांग करने पर उन्हें खेतों के बांध पर ही खाद पहुंचाने की योजना किसान गुट व्दारा चलाई जा रही है. पिछले खरीफ मौसम में जिस क्षेत्र में कपास, सोयाबीन, मका फसल के उत्पाद में गिरावट हुई है ऐसे क्षेत्र में उत्पाद बढ़ाने के लिए 20 प्रात्याक्षिकों का नियोजन किया गया है.

इसके अलावा भी तहसील के जिन क्षेत्रों में फसल पर किट का प्रादुर्भाव हुआ है उन क्षेत्रों में खेती शाला का नियोजन किए जाने की जानकारी भी कृषि विभाग ने दी है. इस संदर्भ में किसानों को दक्कित होने पर वें कृषि विभाग से संपर्क करें, यह आहवान तहसील कृषि अधिकारी एन.के. राऊत ने किया है.