potato-onion market VASHI, APMC

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    खामगांव. पिछले दो सप्ताह से खेत माल के बाजार में दाम स्थिर हैं, लेकिन संचारबंदी घोषित करने से कृषि उपज बाजार समिति में आनेवाले माल की आवक घटी हैं. खामगांव कृषि उपज बाजार समिति यह जिले में सब से बड़ी बाजार समिति हैं. खामगांव तहसील के ही नहीं अन्य तहसीलों से भी खेतमाल की बिक्री के लिए आते है. इस साल कोरोना की दूसरे लहर के बाद संचारबंदी में सिर्फ खामगांव तहसील के किसानों की उपज खरदी करने के आदेश दिए होने से आवक बड़े पैमाने पर कम हुई हैं.

    शनिवार एवं रविवार को सिर्फ मूंगफल्ली की खरीदी की गई है. मूंगफली की बुआई कम होने से आवक भी कम हुई हैं. पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी नुकसान उठाना पड़ा है. खेतमाल की बिक्री सहित किसानों को फलों की बिक्री एवं सब्जी बिक्री करने में कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा हैं. कई जगहों पर तो फल, सब्जी बहुत कम दामों में बेचना पड़ रहा हैं.

    खेत माल को अच्छे दाम न मिलने से किसानों ने खेत माल बेचने की गड़बड़ नहीं की है. किसान बाजार दाम मिलेगा इस उम्मीद पर रूके थे, लेकिन बाजार समिति में मिल रहे दाम स्थिर हैं. खेतमाल गांव से शहर में लाते समय बहुत दिक्कतें आ रही हैं, जिस कारण किसानों ने खेत माल घर पर ही रखा हैं.

    सरकार व्दारा प्रति वर्ष समर्थन मूल्य घोषित किया जाता हैं, लेकिन व्यापारी उस समर्थन मूल्य से कम दामों में खेत माल की खरीदी कर रहे हैं. जिस कारण किसानों का नुकसान हो रहा हैं. समर्थन मूल्य से किसानों के माल की खरीदी होना आवश्यक हैं.-राजू नाकाडे, किसान