लोणार. विश्व स्तर पर प्रसिद्ध बुलढाना जिले के लोणार झील का पानी कुछ दिनों पूर्व गुलाबी रंग का हो गया था. पानी का रंग बदलने से विश्व स्तर पर इस झील की चर्चा हुई. अब तक झील का पानी गुलाबी रंग का क्यों हुआ इस विषय पर कोई भी विशेषज्ञ स्पष्टीकरण नहीं दे सके. इसके बाद अब फिरसे झील का पानी अपने पूर्व पद पर हरे रंग का हो गया है.
उल्का पिंड से हुआ निर्माण
हजारों वर्षों पूर्व उल्का पिंड के गिरने से निर्मित लोणार झील का नाम विश्व स्तर पर चमका था. इस झील को ऐतिहासिक, वैज्ञानिक और पौराणिक पहचान मिली है. झील के पानी में काफी मात्रा में क्षार रहने से उसकी पी.एच. क्षमता 10.5 है.
सभी को हुआ था आश्चर्य
लोणार झील के पानी का रंग गुलाबी होने पर सभी ने आश्चर्य व्यक्त किया और कुछ विशेषज्ञों ने यह भी कहा कि पानी रंग बदलते रहता है. लेकिन अब तक झील के पानी का रंग गुलाबी क्यों हुआ इस बारे में कोई स्पष्टीकरण नहीं दे सका.
पहले भी हुआ था, न्यायालय ने ली दखल
इस घटना को न्यायालय ने भी ध्यान में रखते हुए प्रशासन को सूचित किया था कि लोणार झील के पानी के संदर्भ में जानकारी रखें. इसी तरह निरी नामक संस्था को झील का पानी गुलाबी होने पर संशोधन कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिये. बुजुर्गों का कहना है कि इसके पूर्व भी कई बार लोणार झील के पानी का रंग गुलाबी हुआ था.