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    खामगांव. स्थानीय कृषि उपज बाजार समिति में खेतमाल खरेदी करते समय आर्थिक लूट होने का किसानों के ध्यान में आते ही उन्होंने विरोध कर आंदोलन किया. कम दाम में खेतमाल की बिक्री हो रही हैं, जिससे किसानों का बड़ा नुकसान हो रहा हैं. समर्थन मूल्य से मूंगफली की खरेदी कर किसानों की हो रही आर्थिक लूट रोकें, यह मांग वंचित बहुजन आघाडी ने तहसीलदार को एक निवेदन देकर की हैं.

    निवेदन में कहा गया हैं कि, खामगांव कृषि उपज बाजार समिति में मूंगफली बेचने के लिए लाने पर समर्थन मूल्य की बजाए 3,000 से 3,200 रू. प्रति क्विं. दाम से माल खरेदी शुरू की गयी. जिस कारण किसानों के मन में आक्रोश निर्माण हुआ है. इस संदर्भ की शिकायत प्रशासक कृषि उपज बाजार समिति की ओर से दी गई है.

    जिस पर किसी भी प्रकार की कार्रवाई एवं उपाय योजना नहीं की गयी है. कृषि उपज बाजार समिति एवं लाइसेन्स धारक व्यापारियों की मिलीभगत होने से किसानों की आर्थिक लूट हो रही हैं. आज की स्थिति में मूंगफली तेल के दाम 200 रू. प्रति किलो है.  उसी तरह फल्लीदाने के दाम 120 रू. किलो हैं. किसानों को उत्पादन के लिए सरासर प्रति एकड़ 35 से 40 हजार रू. उत्पादन खर्च आया है. जिसमें निकलने वाला उत्पदान यह प्रति हेक्टेयर औसत 5 क्वि. हैं.

    जिस कारण कृषि उपज बाजार समिति खामगांव में किसानों के माल की खरेदी बहुत कम दाम से हो रही है. जिस के कारण किसानों पर आर्थिक संकट गिरा हैं. किसानों पर भुखमरी की नौबत आई हैं. इसलिए खेतमाल को सर्थनमूल्य से ज्यादा दाम दिए जाए, किसानों का माल समर्थनमूल्य से कम दाम से खरेदी करनेवाले व्यापारियों पर कानूनी कार्रवाई कर उनके लाइसेन्स रद्द किए जाए, किसानों का खेतमाल सरल पध्दति से लिया जाए, यह मांगें निवेदन के माध्यम से की गयी हैं.

    निवेदन पर राज्य उपाध्यक्ष शरद वसतकार, जिलाध्यक्ष गणेश चौकसे, महासचिव एड.अनिल ईखारे, तहसीलध्यक्ष प्रभाकर वरखेडे, शहराध्यक्ष धम्मा नितनवरे, पार्षद विजय वानखडे, राजेश हेलोडे, मिलिंद हिवराले, गोलू महंतो, गौतम नाईक, गौतम सुरवाडे, रहेमान खान, संजय गुरबानी के हस्ताक्षर हैं.