अंतिम चरण में पहुंचा ‘जननी जन्मभूमिश्च’ नाटक

बुलढाना. महाराष्ट्र राज्य सांस्कृतिक संचालनालय द्वारा आयोजित 59 वीं मराठी नाट्य स्पर्धा में महावितरण बुलढाना के कर्मचारियों द्वारा साकार किया गया ‘जननी जन्मभूमिश्च’ नाटक नाट्य स्पर्धा के

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बुलढाना. महाराष्ट्र राज्य सांस्कृतिक संचालनालय द्वारा आयोजित 59 वीं मराठी नाट्य स्पर्धा में महावितरण बुलढाना के कर्मचारियों द्वारा साकार किया गया ‘जननी जन्मभूमिश्च’ नाटक नाट्य स्पर्धा के प्राथमिक फेरी के अंतिम चरण में पहुंचा है. इस नाटक के लेखक डॉ. चंद्रकांत शिन्दे, निर्देशक नितिन चांदूरकर है. दो भागों में प्रस्तुत यह नाटक प्राथमिक फेरी में अकोला – अमरावती केन्द्र से पांच अवार्ड प्राप्त कर द्वितीय स्थान पर रहा और अंतिम चरण की स्पर्धा में दाखिल हुआ. बुलढाना स्थित धनश्री बहुउद्देश्यीय शिक्षण संस्था की ओर से अकोला केन्द्र से यह नाटक प्रस्तुत किया गया. इस नाटक के दग्दिर्शन के लिये नितिन चांदूरकर – द्वितीय, रंगभूषा व वेशभूषा में गणेश बंगाले – प्रथम, अभिनय में मोनाली खुरकुटे, संतोष पाटिल तथा निर्मिति में प्रथम, इस तरह के पांच अवार्ड प्राप्त हुए है. इस नाटक में गणेश राणे, मोनाली खरकटे, गणेश बंगाले, संतोष पाटिल, विलास मानवतकर आदि शामिल है.