स्कूलों की गुणवत्ता सुधारें

शेगांव. स्कूलों में सुधार लाने के लिए उनका मूल्यांकन करना जरूरी है. यूजीसी के नैक की तर्ज पर महा-सैक की माध्यम से गुणवत्ता बढ़ाने के लिये राज्य के स्कूलों को शालासिध्दि मानांकन प्रदान किया जा रहा है.

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शेगांव. स्कूलों में सुधार लाने के लिए उनका मूल्यांकन करना जरूरी है. यूजीसी के नैक की तर्ज पर महा-सैक की माध्यम से गुणवत्ता बढ़ाने के लिये राज्य के स्कूलों को शालासिध्दि मानांकन प्रदान किया जा रहा है. इसलिए इसमें सभी स्कूलों को शामिल होकर अपनी गुणवत्ता सिध्द करने का अवसर प्राप्त हुआ है. उक्त प्रतिपादन राज्य प्रशिक्षक तथा बाल भारती अभ्यास मंडल के सदस्य डा.जगदीश पाटिल ने किया है. शेगाव में अमरावती व नाशिक संभाग के आदिवासी विकास विभाग अंतर्गत आश्रम शाला अधिकारी व मुख्याध्यापकों के लिए शाला सिध्दी विषय पर आधारित तीन राज्यस्तरीय कार्यशाला में वे उपस्थितों को संबोधित कर रहे थे.

कार्यशाला में समन्वयक डा.चौधरी, जितेंद्र राठी, डा. रवि जाधव, राजेंद्र अजगर, विषय विशेषज्ञ विनोद जैतकर, विक्रम पुâसे ने भेंट दी. शेख हुसैन, रविंद्र गणगे, काले, अनिल अहिरे, अनिता परमार आदि ने भी विचार व्यक्त किए.