Reservation

बुलढाना. धोबी समाज का अनुसूचित जाति में समावेश कर समाज को इसके तहत आरक्षण के लाभ दिए जाएं, इस मांग को लेकर हाल ही में जिलाधिकारी कार्यालय पर धोबी समाज के लोगों ने इकठ्ठा होकर कपड़े धोने का आंदोलन

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बुलढाना. धोबी समाज का अनुसूचित जाति में समावेश कर समाज को इसके तहत आरक्षण के लाभ दिए जाएं, इस मांग को लेकर हाल ही में जिलाधिकारी कार्यालय पर धोबी समाज के लोगों ने इकठ्ठा होकर कपड़े धोने का आंदोलन किया. इस समय आंदोलनकर्ताओं ने आरक्षण की मांग को लेकर जमकर नारेबाजी भी की. यह अनोखा आंदोलन काफ़ी सुर्खिÞयों में भी रहा. अपनी मांगों को लेकर धोबी समाज जिलाधिकारी कार्यालय पर जमा हुए. सबसे पहले उन्होंने राष्ट्रसंत गाड़गे महाराज की प्रतिमा का पूजन किया. बाद में आंदोलन की शुरूआत हुई.

CM को भेजा निवेदन
आंदोलन के पश्चात जिला प्रशासन के माध्यम से राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को ज्ञापन भेजा गया. ज्ञापन में कहा गया है कि, धोबी समाज परंपरागत तरीके से लोगों के कपड़े धोने का काम करता है. महाराष्ट्र राज्य के गठन से पहले यानि 1960 से पहले बुलढाना और भंडारा जिले के धोबी समाज को अनुसूचित जाति के लाभ मिलते थे. लेकिन बीते करीब 50-55 सालों से यह लाभ नहीं मिल रहे है. इस कारण धोबी समाज

आज काफ़ी पिछड़ चुका है. इसलिए धोबी समाज को जल्द से जल्द अनुसूचित जाति में सम्मिलित करने, राष्ट्रसंत गाडगे महाराज को भारतरत्न से सम्मानित करने, आदि मांग ज्ञापन में की गयी है.इस आंदोलन में संजय सुरडकर, गणेश खर्चे, अरुणा रायपुरे, शंकर परदेशी, अजय सोनुने, महादेव इंदोकार, गोपाल भाग्यवंत, अशोक राऊत, विनायक भाग्यवंत, प्रकाश भातुरकर शामिल हुए.