मलकापुर. शहर से जानेवाली नलगंगा नदी में जलकुंभी वनस्पति हद से ज्यादा बढ़ने से प्रदुषण का खतरा बढ़ा है. जलापूर्ति योजना की जॅकवेल से लेकर मोहनपुरा इलाके तक नदी पात्र में जलकुंभी वनस्पती पुरी तरह से
मलकापुर. शहर से जानेवाली नलगंगा नदी में जलकुंभी वनस्पति हद से ज्यादा बढ़ने से प्रदुषण का खतरा बढ़ा है. जलापूर्ति योजना की जॅकवेल से लेकर मोहनपुरा इलाके तक नदी पात्र में जलकुंभी वनस्पती पुरी तरह से पैâली हुयी है. करिबन एक किलो मिटर की दुरी में यह वनस्पती फैली हुयी है. जानकारों की मानों तो यह वनस्पती विषैली है. साथ ही इस वनस्पति के कारण मच्छरों का प्रादुर्भाव होने से नदीतट के इलाकों में जनस्वास्थ खतरे में आया है. यह वनस्पति बारिश के पूर्व ही निकाली जाए नहीं तो नलगंगा नदी से पूर्णा नदी तक फैâलने सकती है. जिससे जल दुषित होने की संभावना है. इसलिए नलगंगा नदी पात्र से जलकुंभी वनस्पति तुरंत निकालने की मांग की जा रही है.
अभियान चलाने की जरूरत
अकोला के मोर्ना नदी पात्र में फैâली हुयी जलकुंभी वनस्पति निकालने के लिए महापालिका की ओर से स्वच्छता अभियान चलाया गया था. जिस में जिलाधिकारी समेत अधिकारी व जनप्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया. उसी तर्ज पर नलगंगा नदीपात्र में अभियान चलाए जाने की जरुरत है.