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    खामगांव. पुणे के एमपीएससी परीक्षा उत्तीर्ण स्वप्निल लोणकर नामक युवक ने आत्महत्या की है. इस युवक का परीक्षा उत्तीर्ण कर लेने के बावजूद आज तक साक्षात्कार नहीं हुआ है. जिस कारण उसने सरकार के मनमाने कारोबार से परेशान होकर आत्महत्या की है. ऐसे कई युवक अभी भी साक्षात्कार की प्रतिक्षा कर रहे हैं. जिससे एमपीएससी परीक्षा उत्तीर्ण छात्रों को नियुक्ति देने के लिए सरकार कदम उठाएं यह मांग भाजपा छात्र आघाड़ी के जिलाध्यक्ष पवन गरड़ ने ज्ञापन के माध्यम से की है.

    ज्ञापन में कहा गया है कि पूर्व परीक्षा, मुख्य परीक्षा, साक्षात्कार ऐसे मुश्किल उच्च स्तर पार कर एमपीएससी की तैयारी करने वाले हर छात्र आगे जाता हैं, पश्चात वह सफलता प्राप्त होती हैं, लेकिन सरकार की लापरवाही नीति के कारण परीक्षा होती नहीं है, हुई भी तो उनके साक्षात्कार नहीं लिए जाते जिसके कारण उन छात्रों का भविष्य खतरे में आ गया है, उनकी इस बरबादी के लिए जिम्मेदार कोण है? ऐसा सवाल आज राज्य के हजारों युवा कर रहे हैं.

    आज महाराष्ट्र के करीब तीन हजार युवकों के साक्षात्कार नहीं हुए हैं. जिस कारण वे एमपीएससी परीक्षा उत्तीर्ण बेरोजगार हैं, इस सरकार ने 2019 से इन छात्रों की ओर अनदेखी की हैं. भाजयुमो की मांग हैं कि, स्वप्नील लोणकर के परिवार को कम से कम 25 लाख रू. की मदद दी जाए एवं उक्त मामले में तुरंत ठोस निर्णय लें, अन्यथा जनता युवा मोर्चा हर मंत्री के जगह – जगह वाहन रोक कर जवाब पूछेंगी एवं न्याय मिलने तक छात्रों के साथ खड़े रहकर संघर्ष करती रहेगी, एमपीएससी उत्तीर्ण युवकों को तुरंत नियुक्ती दी जाए यह मांग जिलाधिकारी को सौंपे ज्ञापन में भाजपा छात्र आघाड़ी की ओर की गई है.

    इस अवसर पर भाजपा युवा मोर्चा शहराध्यक्ष राम मिश्रा, विक्की हट्टेल, नगेंद्र रोहणकार, यश आमले, छात्र आघाड़ी के रुपेश खेकडे, आशीष सुरेका, कल्पेश बजाज, गोलु आलशी, श्रीकांत जोशी, हितेश पदमगीरवार, मनप्रित सिंह, हितेश पदमगिरवार, रोहन जयस्वाल उपस्थित थे.