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  • मुख्य वनसंरक्षक के जिला प्रशासन को निर्देश 

जलगांव जामोद. जून माह में सतपुड़ा पर्वत में गोंध की तस्करी करने वाले वाहन एवं 5 क्विटंल 11 कट्‌टे गोंध पकड़ा गया था. लेकिन अनियमितता होने से यह मामला सामने नहीं आया है. जिस कारण इस मामले की शिकायत पर जांच होने के बाद भी आज तक कार्रवाई नहीं हुई है. इस पूरे मामले की जांच कर संबंधित कर्मचारियों पर सात दिनों के भीतर कार्रवाई करें, यह निर्देश मुख्य वनसंरक्षक अमरावती ने उपवन सरंक्षक बुलढाना को दिए हैं.

सतपुड़ा पर्वतों में गोंद की चोरी कर समीप के गांव में जमा कर जहां से वाहन में आगे भेजना, यह अवैध व्यवसाय विगत कई वर्षों से इस परिसर में चल रहा हैं. 21 जून को जामोद शिवार में तत्कालिन प्रभारी वन परिक्षेत्र अधिकारी सलीम खान एवं उनके दस्ते ने 5 क्विंटल गोंद 11 कट्‌टे पकड़कर पंचनामा किया था. लेकीन बाद में यह मामला दबाया गया. इसकी सबूतों सहित शिकायत 29 जून 2020 को स्वाभिमानी के विदर्भ अध्यक्ष प्रशांत डिक्कर ने सभी संबंधित अधिकारियों से की थी.

लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. पश्चात 20 जुलाई 2020 को स्मरण पत्र एवं 18 अगस्त को प्रशांत डिक्कर ने खुद बुलढाना जाकर सहायक वनसंरक्षक प्रादेशिक को उक्त संगठन की क्लीप प्रस्तुत की थी. लेकीन इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. अंत में मोर्शी वरूड चुनाव क्षेत्र के स्वाभिमानी के देवेंद्र भुयार ने इस मामले को गंभीरता से लेकर उप वन सरंक्षक अमरावती को इस अवैध गोंध तस्करी मामले की दखल लेकर कार्रवाई करने की मांग पत्र व्दारा की थी.

मुख्य वनसंरक्षक डा.प्रविण चव्हाण ने उप वन संरक्षक बुलढाना को संबधित अवैध गोंध तस्करी मामले को दबाने वाले कर्मचारियों पर सात दिनों के भीतर कार्रवाई करने के निर्देश दिए है. जिस कारण तस्करी करने वालो में खलबली मची हुई हैं.