2021 will be the 'Year of Indian Trade Honor', announced the Merchant Federation

  • चाइनीज सामानों का बहिष्कार जारी रहेगा

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मुंबई. चाइनीज सामानों का बहिष्कार जारी रखते हुए व्यापारियों के महासंघ कॉन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (Cait) ने 2021 को देश भर में ‘भारतीय व्यापार सम्मान वर्ष’ (Indian Trade Honor Year) के रूप में मनाने की घोषणा की है. जिसके अंतर्गत सरकार के ‘आत्मनिर्भर भारत’ (Atmanirbhar Bharat) अभियान को बढ़ावा देने के लिए देशभर में बड़े पैमाने पर अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. ‘कैट’ से सम्बंधित देश भर के 40 हजार से ज्यादा व्यापारी संगठन इस अभियान में हिस्सा लेंगे. इस वर्ष मुख्य रूप से देश के ई-कॉमर्स व्यापार को विदेशी कंपनियों के चंगुल से मुक्त कराने तथा देश के रिटेल व्यापार को भारतीय सामान पर आधारित रखने पर सबसे ज्यादा जोर रहेगा.

पेंशन योजना के लिए बनाएंगे दबाव

कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी.सी. भरतिया (B.C. Bhartiya) ने कहा कि कैट का यह अभियान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के ‘लोकल पर वोकल’ एवं ‘आत्मनिर्भर भारत’ को गांवों और कस्बों तक पहुंचाने तथा भारत के 7 करोड़ व्यापारियों द्वारा देश के लोगों को विपरीत परिस्थितियों में एवं बिना किसी सरकारी सहायता के सभी सामान मुहैय्या कराये जाने से देश की अर्थव्यवस्था में उनके महत्वपूर्ण रोल को रेखांकित करना है. 2021 को भारतीय व्यापार सम्मान वर्ष के रूप में देश भर में बेहद उत्साह से मनाने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों की एक बड़ी श्रृंखला तय की गई है. कैट इस वर्ष व्यापारियों के लिए पेंशन योजना शुरू करवाने के लिए सरकार पर दबाव बनाएगा और व्यापारियों की समस्याओं को हल करने पर खास ध्यान दिया जाएगा.

आयात 1 लाख करोड़ घटाने का लक्ष्य

संगठन के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल (Praveen Khandelwal) ने कहा कि हमने 10 जून 2020 को चाइनीज सामान बहिष्कार अभियान (China Boycott Campain) शुरू किया था. तब से लेकर अब तक 50,000 करोड़ रुपए का आयात कम हुआ है, जिनमें मुख्य रूप से स्टील उत्पाद, खिलौने, डेकोरेटिव सामान, इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रोनिक्स उत्पाद शामिल हैं. अब अभियान को तेज कर इस वर्ष के अंत तक चीन से आयात होने वाले सामान में 1 लाख करोड़ रुपए के व्यापार की कमी करने के अपने लक्ष्य को पूरा करेंगे. इसके साथ ही ई-कॉमर्स पॉलिसी, नेशनल रिटेल ट्रेड पॉलिसी, व्यापारी कल्याण बोर्ड का गठन, जीएसटी प्रणाली का सरलीकरण और व्यापारियों की उसकी पालना के बोझ को कम करना, व्यापारियों के लिए एक पृथक आयकर स्लैब बनाना, सभी जिलों में अधिकारियों एवं व्यापारियों की संयुक्त समिति का गठन, फूड सेफ्टी स्टैण्डर्ड एक्ट को देश की जमीनी हकीकत से जोड़ना आदि मुद्दे इस वर्ष प्रमुखता से उठाये जाएंगे और उन पर निर्णय कराया जाएगा. 

महिला उद्यमियों को प्रोत्साहन

‘कैट’ के महानगर अध्यक्ष शंकर ठक्कर ने कहा कि 2021 के दौरान देश में अधिक से अधिक महिलाओं को उद्यमी बनाना और जो महिलाएं पहले से ही उद्यमी हैं, उनको अपने व्यापार में वृद्धि करने के लिए हर सहायता को उपलब्ध कराना ‘कैट’ की प्राथमिकता में होगा. हमारा देश प्रतिभावान महिला उद्यमियों से भरा है और उन्हें ज्यादा से ज्यादा प्रोत्साहित करने की जरूरत है. इसलिए देश भर में महिला उद्यमियों को सम्मानित किया जाएगा. साथ ही अर्थव्यवस्था और समाज कल्याण में उल्लेखनीय योगदान देने वाले व्यापारियों को विशेष रूप से सम्मानित किया जाएगा.

भारत का अगरबत्ती उद्योग अब पूरी तरह स्वदेशी निर्माण करते हुए ‘आत्मनिर्भर भारत’ में योगदान दे रहा है. पहले एशियाई देशों से रॉ मैटेरियल आयात होता था, लेकिन सरकार द्वारा सितंबर में आयात प्रतिबंध लगाए जाने के बाद अगरबती निर्माता स्वदेशी रॉ मैटेरियल का उपयोग कर रहे हैं. 7,000 करोड़ रुपए के कारोबार वाला अगरबती उद्योग करीब 4 लाख रोजगार दे रहा है. जिसमें 80% महिलाएं हैं. हालांकि कोरोना महामारी के कारण अन्य उद्योगों की तरह अगरबत्ती उद्योग के लिए भी वर्ष 2020 चुनौतीपूर्ण रहा है, लेकिन अब तेजी से सुधार हो रहा है.

-अर्जुन रांगा, अध्यक्ष, ऑल इंडिया अगरबत्ती मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन