Coal imports declined 43 percent to 11.1 million tonnes in July
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नई दिल्ली. देश का कोयला आयात जुलाई में 43.2 प्रतिशत घटकर 1.11 करोड़ टन रह गया। खान के पास, संयंत्रों और बंदरगाहों पर कोयले का काफी भंडार पड़ा है, जिसकी वजह से आयात में गिरावट आई है। एमजंक्शन सर्विसेज ने यह जानकारी दी है। ये आंकड़े जहाजों की स्थिति तथा पोत-परिवहन कंपनियों से मिले आंकड़ों पर आधारित हैं। जुलाई, 2019 में कोयले का आयात 1.96 करोड़ टन रहा था। एमजंक्शन टाटा स्टील और सेल का संयुक्त उद्यम है। यह एक बी2बी (व्यवसाय से व्यवसाय) ई-कॉमर्स कंपनी है, जो कोयला और इस्पात पर शोध रिपोर्ट प्रकाशित करती है।

एमजंक्शन के अनुसार, ‘‘जुलाई, 2020 मे कोयले का आयात 1.11 करोड़ टन (अस्थायी) रहा। जुलाई, 2019 में कोयले ओर कोक का आयात 1.96 करोड़ टन रहा था।” चालू वित्त वर्ष के पहले चार माह अप्रैल-जुलाई, 2020 के दौरान कुल कोयला आयात 5.72 करोड़ टन रहा। यह इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के आंकड़े 8.91 करोड़ टन से 35.76 प्रतिशत कम है। एमजंक्शन के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) विनय वर्मा ने कोयला आयात के मौजूदा रुख पर कहा, ‘‘कोयला खानों, संयंत्रों तथा बंदरगाहों पर कोयले के भारी भंडार की वजह से आयात मांग कमजोर है। बाजार भागीदार ‘देखो और इंतजार करो’ की नीति अपना रहे हैं। निकट भविष्य में हमें आयात की मात्रा में कोई बड़ा बदलाव आने की संभावना नहीं दिखती।”

अप्रैल-जुलाई, 2020 के दौरान गैर-कोकिंग कोयले का आयात घटकर 3.88 करोड़ टन पर आ गया, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 6.09 करोड़ टन रहा था। इसी तरह कोकिंग कोयले का आयात घटकर 1.06 करोड़ टन रहा गया, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 1.77 करोड़ टन रहा था।(एजेंसी)