Health Insurance

  • 14,700 करोड़ रुपए के कुल दावे, 95,000 रुपए औसत प्रति क्लेम राशि

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मुंबई. महाराष्ट्र और अन्य कई राज्यों में जैसे-जैसे चाइनीज वायरस कोविड का संक्रमण बढ़ता जा रहा है, वैसे-वैसे स्वास्थ्य बीमा कंपनियों के पास कोविड बीमा क्लेम (Covid Insurance Claim) के मामले भी बढ़ते जा रहे हैं। कोविड इंश्योरेंस क्लेम की संख्या 10 लाख के पार हो गयी है। जिनकी राशि 14,700 करोड़ रुपए है।

कंपनियों ने अब तक 12,900 करोड़ रुपए राशि के 8 लाख से अधिक दावों का निपटान यानी भुगतान भी कर दिया है। चूंकि कोरोना की दूसरी लहर से सबसे ज्यादा प्रभावित महाराष्ट्र है। इस कारण कोविड क्लेम के सबसे अधिक करीब 30% महाराष्ट्र से आए हैं। कर्नाटक, गुजरात और मध्य प्रदेश से भी काफी क्लेम आए हैं।

दो महिनों मे 2 लाख नए क्लेम

स्वास्थ्य बीमा कंपनियों (Health Insurance Companies) का कहना है कि अगर इसी तरह कोविड संक्रमण का कहर जारी रहा तो जून 2021 तक क्लेम की संख्या 13 लाख तक पहुंच सकती है। जिनकी क्लेम राशि 20,000 करोड़ रुपए तक पहुंचने की संभावना है। कोविड संक्रमण के मामले बढ़ने के कारण पिछले दो महिनों में करीब 27% नए क्लेम आए हैं। ताजा आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 12 महीनों में अब तक कुल 14,700 करोड़ रुपए के 10 लाख क्लेम आ चुके हैं। जबकि 31 जनवरी तक 8 लाख क्लेम आए थे। इतने ज्यादा क्लेम आना बीमा कंपनियों के लिए घाटे का सौदा साबित हो सकते हैं।

बीमा कंपनियों की सख्ती से महंगे बिलों पर अंकुश

स्वास्थ्य बीमा कंपनी लिबर्टी जनरल इंश्योरेंस (Liberty General Insurance Limited) के हैड ऑफ क्लेम्स अमोल सवाई का कहना है कि निजी अस्पतालों में कोविड ट्रीटमेंट के महंगे बिलों के कारण औसत क्लेम राशि अधिक आ रही है। अब तक आए दावों में औसत प्रति क्लेम पेमेंट 95,000 रुपए किया गया है। इनमें से कई दावे 50 से 60 हजार रुपए के तो कई दावे 4 से 5 लाख रुपए के भी हैं। हालांकि अब पीपीई किट और कोविड टेस्ट की दरें सरकार द्वारा नियंत्रित किए जाने तथा बीमा कंपनियों द्वारा निजी अस्पतालों के बिलों की जांच-पड़ताल सख्त किए जाने से कोविड ट्रीटमेंट की औसत क्लेम राशि कम होकर करीब 90 हजार रुपए तक आ गयी है, जो शुरूआत में 1.20 लाख से 1.30 लाख रुपए आ रही थी। अब महंगे बिलों की शिकायतें भी कम हुई हैं। ग्राहकों को क्लेम में आसानी हो, इसके लिए लिबर्टी जनरल इंश्योरेंस ने 24 घंटे सेवाएं देना शुरू कर दिया है।

कोविड का खतरा बढ़ने के साथ लोगों में स्वास्थ्य बीमा के प्रति जागरूकता तेजी से बढ़ी है और लोग बड़ी संख्या में कोविड बीमा पॉलिसी और दूसरी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसिया ले रहे हैं। कोविड के लिए बीमा कंपनियां दो पॉलिसियां ‘कोरोना कवच’ (Corona Kavach) और ‘कोरोना रक्षक’ (Corona Rakshak) ऑफर कर रही हैं। वैसे तो सभी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसियों में कोरोना इलाज खर्च कवर होता है, लेकिन कोविड के लिए अलग से भी पॉलिसी लेनी चाहिए। इनमें सर्व सामान्य के लिए ‘कोरोना कवच’ अधिक किफायती और अच्छी पॉलिसी है। इसमें 50 हजार से 5 लाख रुपए तक का बीमा किया जाता है। यदि 50 साल का व्यक्ति 5 लाख रुपए की ‘कोरोना कवच’ लेता है तो इसे 9.5 माह की अवधि के लिए करीब 3,000 से 3,500 रुपए प्रीमियम ही आएगा।

- अमोल सवाई, वाइस प्रेसिडेंट, लिबर्टी जनरल इंश्योरेंस

पिछले कुछ हफ्तों से देश भर में कोविड संक्रमण मामलों में तेज वृद्धि देखी जा रही है। कई भारतीयों के पास अभी भी स्वास्थ्य बीमा कवर नहीं है। जबकि मौजूदा हालात में यह अत्यावश्यक हो गया है। इसलिए स्वास्थ्य बीमा के प्रति अब तेजी से जागरूकता आ रही है। ‘फोनपे’ ने फरवरी की तुलना में मार्च 2021 में कोरोना बीमा बिक्री में 5 गुना वृद्धि दर्ज की है। सबसे अधिक बिक्री महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तेलंगाना और गुजरात में हो रही है।

-गुंजन घई, वाइस प्रेसिडेंट (इंश्योरेंस), फोनपे