दिनेशकुमार खारा करेंगे एसबीआई का नेतृत्व

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  • 3 साल रहेंगे चेयरमैन

मुंबई. दिनेशकुमार खारा ने बुधवार 7 अक्टूबर को भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के नए चेयरमैन के रूप में कार्यभार संभाल लिया है. उनका कार्यकाल 3 वर्ष का रहेगा. चेयरमैन के तौर पर अपनी नई भूमिका से पहले खारा प्रबंध निदेशक, ग्लोबल बैंकिंग एंड सब्सिडियरीज के रूप में बैंक को अपनी सेवाएं दे रहे थे. वह रजनीश कुमार का स्थान लेंगे, जिन्होंने 6 अक्टूबर को अपना 3 साल का कार्यकाल पूरा किया.

सहयोगी बैंकों के मर्जर में निभाई मुख्य भूमिका

मिलनसार, दूरदृष्टा और बहुमुखी प्रतिभा के धनी दिनेशकुमार खारा को बैंकिंग के सभी पहलुओं जैसे रिटेल, कॉर्पोरेट क्रेडिट और इंटरनेशनल बैंकिंग में साढ़े तीन दशक से अधिक का गहन अनुभव है. प्रबंध निदेशक के रूप में खारा ने पांच सहयोगी बैंकों और भारतीय महिला बैंक के एसबीआई में विलय (मर्जर) को सफलतापूर्वक पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिसके बाद भारतीय स्टेट बैंक वैश्विक स्तर पर शीर्ष 50 बैंकों की लीग में शामिल होने में सफल हुआ. दिनेशकुमार ने एसबीआई में प्रबंध निदेशक के तौर पर नियुक्ति से पहले एसबीआई म्युचुअल फंड में एमडी और सीईओ के रूप में भी कार्य दायित्व निभाया. उनके नेतृत्व में एसबीआई म्युचुअल फंड भारत में 5वां सबसे बड़ा म्युचुअल फंड बनने में सफल रहा.

1984 से दे रहे हैं स्टेट बैंक को सेवाएं

दिनेशकुमार खारा 1984 में प्रोबेशनरी ऑफिसर के रूप में बैंक में शामिल हुए, इसके बाद उन्होंने एसबीआई में कई प्रमुख पदों पर कार्य किया. भोपाल सर्कल के चीफ जनरल मैनेजर के रूप में खारा ने लगभग 1400 शाखाओं का प्रबंधन किया और 1.5 लाख करोड़ रुपए से अधिक के डिपॉजिट और एडवांस पोर्टफोलियो को संभाला. उनके पास इंटरनेशनल बैंकिंग ग्रुप के ओवरसीज एक्सपेंशन विंग का भी कार्यदायित्व रहा है, जहां उन्होंने एसबीआई के शिकागो ऑफिस में काम किया था. वह इंडियन ओशन इंटरनेशनल बैंक मॉरीशस (अब एसबीआई मॉरीशस) और पीटी बैंक इंडोमोनेक्स (अब एसबीआई इंडोनेशिया) के विदेशी अधिग्रहण से जुड़े रहे थे. उन्होंने जिन अन्य महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया, उनमें एसबीआई कॉर्पोरेट सेंटर के एसोसिएट्स और सहायक विभाग में जनरल मैनेजर का पद भी शामिल हैं, जहां खारा ने एसबीआई के विभिन्न गैर-बैंकिंग सहायक कंपनियों के संचालन और रणनीति के मुद्दों पर बारीकी से काम किया. खारा ने बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर्स की डिग्री हासिल की है और वे वाणिज्य में स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त हैं. वह इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ बैंकर्स (सीएआईआईबी) के प्रमाणित एसोसिएट भी हैं.