Gold & Silver Prices

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    मुंबई. चाइनीज वायरस कोरोना (Covid-19) का संक्रमण बढ़ने, अमेरिकी बॉन्ड यील्ड (US Bond Yields ) और डॉलर (US Dollar) में गिरावट और अमेरिका-रूस (US-Russia) के बीच तनाव बढ़ने के कारण कीमती धातुओं सोना (Gold) और चांदी (Silver) में फिर तेजी का रूख बन गया है। पिछले दो हफ्तों में जहां अंतर्राष्ट्रीय बाजार में सोना 98 डॉलर यानी 6% बढ़कर 1780 डॉलर प्रति औंस हो गया है, वहीं चांदी के दाम 2.30 डॉलर यानी 10% बढ़कर 26.30 डॉलर प्रति औंस जा पहुंचे हैं। 

    मुंबई के जवेरी बाजार में जहां सोने के दाम 3,000 रुपए यानी 7% की तेजी के साथ 47,170 रुपए प्रति दस ग्राम हो गए हैं। वहीं चांदी 6,230 रुपए यानी 10% उछाल के साथ 69,100 रुपए प्रति किलो हो गयी है।

    निचले स्तरों पर निकली मांग

    विशेषज्ञों का मानना है कि करीब तीन महीनों तक गिरावट के बाद सोने-चांदी में फिर तेजी का रूख बन गया है। दरअसल पिछले साल की रिकार्ड तेजी के बाद तीन-चार महीनों तक तकनीकी गिरावट यानी करेक्शन देखी जा रही थी। 2020 में सोने में 42% की जोरदार तेजी दर्ज हुई थी और सोना 56,200 रुपए (लंदन में 2072 डॉलर) की नई ऊंचाई पर पहुंच गया था। बाद में ऊंचे मूल्यों पर मुनाफावसूली दबाव बनने और बाजार हालात प्रतिकूल होने से सोने में करीब 21% की गिरावट आई थी। लेकिन निचले मूल्यों पर निवेश मांग बढ़ने और बाजार हालात फिर अनुकूल बनने से अब तेजी आने लगी है।

    ‘enavabharat’ का अनुमान सटीक निकला

    सोने की कीमतों के संबंध में ‘enavabharat’ का अनुमान एकदम सटीक साबित हुआ है। ‘enavabharat’ ने 11 मार्च को अपने विश्लेषण में यह अनुमान व्यक्त किया था कि सोने में गिरावट 5 कारणों से आ रही है और मौजूदा गिरावट का यह दौर निवेश का अच्छा मौका है और सोने के 43,000 रुपए यानी 1660 डॉलर से नीचे जाने की संभावना नहीं है। और सोना मुंबई में 44,190 रुपए और लंदन में 1684 डॉलर से नीचे नहीं गया। इन स्तरों पर निवेश मांग निकलने से वापस तेजी शुरू हो गयी है।

    सोने-चांदी में ट्रेंड फिर बुलिश हो गया है। एमसीएक्स में सोना यदि 47,000 रुपए के ऊपर बंद आता है तो फिर 48,300 रुपए तक जा सकता है। नीचे में 46,460 रुपए महत्वपूर्ण समर्थन स्तर है। इससे नीचे जाने की आशंका नहीं है। जबकि चांदी के लिए 71,000 रुपए पहला अवरोध स्तर है, यह स्तर पार होता है तो फिर 75,000 रुपए के पार हो सकती है। नीचे में 66,200 रुपए मजबूत समर्थन स्तर है। सोने में शॉर्ट टर्म में कुछ गिरावट संभ‍व है, लेकिन मीडियम टू लांग टर्म में धारणा तेजी की ही है। लिहाजा सोना-चांदी, दोनों में हर गिरावट पर निवेश करना फायदेमंद होगा।

    -श्रीराम अय्यर, वरिष्ठ रिसर्च विश्लेषक, रिलायंस सिक्युरिटीज

    कोरोना की दूसरी लहर आने से विश्व स्तर पर अर्थव्यवस्था में जोखिम बढ़ गया है। ऐसे में सोना सबसे सुरक्षित निवेश है। इसीलिए सोने में वापस निवेशकों की मांग बढ़ गयी है। हालांकि कोरोना प्रतिबंधों के कारण गोल्ड ज्वैलरी की बिक्री घटी है, लेकिन सोने-चांदी के बार और सिक्कों की बिक्री खूब बढ़ रही है। और ऑनलाइन ज्यादा बिक्री हो रही है। अभी तक सोने की रेंज 45,000 से 50,000 रुपए की थी, जो अब तेजी के कारण 50,000 से 55,000 रुपए की हो जाएगी। जबकि चांदी 70,000 से 75,000 रुपए की रेंज में आ जाएगी।

    -संजय शाह, अध्यक्ष, ज्वैलमेकर्स वेलफेयर एसोसिएशन