Industry Crisis Arise Again

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    मुंबई. चाइनीज वायरस कोरोना (Covid-19) की दूसरी लहर महाराष्ट्र सहित पूरे देश में कहर बरपा रही है। कोरोना के जानलेवा संक्रमण को रोकने के लिए राज्य सरकारें मिनी लॉकडाउन (Lockdown) और अन्य प्रतिबंध लगा रही हैं। जिससे कारोबारी गतिविधियां बुरी तरह प्रभावित हो रही हैं। प्रतिबंधों का विपरीत असर फार्मा (Pharma) और हेल्थकेयर (Healthcare) सेक्टर को छोड़ लगभग सभी उद्योग क्षेत्रों पर पड़ रहा है।

    सबसे ज्यादा चिंता रियल इस्टेट (Real Estate), टेक्सटाइल (Textile), ऑटो (Auto), रिटेल (Retail) जैसे रोजगार (Employment) आधारित प्रमुख क्षेत्रों को लेकर है। जिनमें प्रतिबंधों से बिक्री घटने के साथ उत्पादन घटने लगा है। इसका असर समूची अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा।

    25% घटी वाहनों की बिक्री

    ऑटो इंडस्ट्री पर भी प्रतिबंधों का खासा विपरीत असर पड़ता दिखाई दे रहा है। अप्रैल में अब तक ऑटो वितरकों की बिक्री करीब 20 से 25% तक घट चुकी है और लोगों में जिस तरह डर समा रहा है एवं प्रतिबंध सख्त हो रहे हैं, उसे देखते हुए अप्रैल में कुल बिक्री 40 से 50% तक घट सकती है। जबकि अप्रैल में गुडी पाडवा, नवरात्रि पर वाहनों की खूब बिक्री होती है, लेकिन इस बार बहुत कम वाहन बिके। घटती बिक्री के कारण वाहन कंपनियां उत्पादन कटौती करने लगी है। प्रमुख दोपहिया कंपनी हीरो मोटोकॉर्प (Hero Motocorp) ने अपने सभी प्लांट एक सप्ताह के लिए बंद कर दिए हैं। हीरो सभी प्लांट एक मई तक बंद रखेगी। उसके बाद आगे की स्थिति के अनुसार फैसला लेगी।

    रियल्टी कंपनियों की उम्मीदें ध्वस्त

    फिर बढ़ते संक्रमण और प्रतिबंधों से लोगों की कमाई घटने की आशंका है। लिहाजा लोग घरों की खरीद स्थगित करने लगे हैं। जिसका सीधा असर हाउसिंग बिक्री (Housing Sales) पर पड़ रहा है। स्टैम्प ड्यूटी (Stamp Duty) छूट और सस्ते होम लोन (Home Loan) के कारण अक्टूबर 2020 से मार्च 2021 तक घरों की बिक्री लगातार बढ़ती रही। जिससे जनवरी-मार्च की अवधि में घरों की बिक्री में 44% की भारी वृद्धि हुई थी। इसी से रियल्टी कंपनियों की उम्मीदें बढ़ गयी थीं। उन्हें लगा कि जिस तरह से तेज रिकवरी आ रही है, उससे हाउसिंग बिक्री इस साल फिर 2019 के स्तर पर आ जाएगी, लेकिन कोविड के कहर ने सारी उम्मीदें ध्वस्त कर दी हैं। ग्राहक दूर हो रहे हैं और बुकिंग घट रही है। गुडी पाडवा पर इस साल भी काफी कम घर बिके।

    70% तक घटी टेक्सटाइल रिटेल बिक्री

    टेक्सटाइल में रिटेल कंपनियों की हालत फिर पतली हो गयी है। पिछले साल भी शॉपिंग माल्स और रिटेल स्टोर लंबे समय तक बंद रहने से बंद टेक्सटाइल रिटेल कंपनियों (Textile Retail) को भारी घाटा उठाना पड़ा था। नवंबर-दिसंबर से स्थिति में सुधार शुरू हुआ था, जो फरवरी-मार्च में सामान्य होता नजर आया, लेकिन अब अप्रैल की शुरूआत से फिर कारोबार को झटका लगा। मुंबई-दिल्ली सहित अन्य बड़े शहरों में संक्रमण बढ़ने से बिक्री ठप होती जा रही है। अप्रैल में कारोबार 70% तक घट चुका है और अब प्रतिबंध सख्त होने से अप्रैल के शेष दिनों में भी कारोबार ठप रहने की संभावना है।   

    होटल-रेस्टोरेंट सेक्टर बुरी तरह प्रभावित

    कोरोना के कहर से होटल-रेस्टोरेंट सेक्टर (Hotel & Restaurants) तो बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। होटल-रेस्टोरेंट पिछले साल के लंबे लॉकडाउन के कारण हुए भारी घाटे की मार अभी तक झेल रहे हैं और अब फिर कारोबार बंद होने से अधिकांश छोटे एवं मझौले उद्योग बर्बाद हो जाएंगे। राज्य में सरकार ने सिर्फ फूड डिलीवरी की अनुमति दी है, जो ‘ऊंट के मुंह में जीरा’ के बराबर हैं, क्योंकि होटल-रेस्टोरेंट्स के कुल कारोबार में फूड डिलीवरी बिक्री का हिस्सा मात्र 5 से 7% होता हैं। ऐसे में होटल-रेस्टोरेंट्स भी फिर घाटे में आ रहे हैं। यदि कारोबार ज्यादा दिन बंद रहा तो 90% रेस्टोरेंट बंदी के कगार पर पहुंच सकते हैं।