LIC ने बाजार की तेजी में काटी चांदी, आलोचकों का मुंह किया बंद

  • शेयरों में 37,000 करोड़ की बंपर कमाई
  • 44% की शानदार बढ़ोत्तरी

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मुंबई. भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) पर अक्सर यह आरोप लगता रहा है कि उसे शेयर बाजार (Stock Market) में निवेश (Investment) पर घाटा हो रहा है। एलआईसी द्वारा जिन कंपनियों के शेयरों में निवेश किया गया, उनके शेयर कौड़ियों के भाव रह गए हैं। परंतु सच्चाई यह नहीं है। ये सारे आरोप अब निराधार साबित हो गए हैं। क्योंकि एलआईसी की निवेश टीम अपनी सूझ-बूझ से शेयर बाजार में अपने निवेश पर जोरदार मुनाफा (Bumper Profit) कमाते हुए चांदी काट रही है। 

31 मार्च 2021 को समाप्त हुए वित्त वर्ष में देश की इस सबसे बड़ी बीमा कंपनी ने विभिन्न कंपनियों के शेयर बेच कर 37,000 करोड़ रुपए का भारी मुनाफा कमाया है। यह एलआईसी के 65 वर्षों के इतिहास में इक्विटी निवेश पर अब तक का सर्वाधिक मुनाफा है।

शेयरों में लगातार अच्छा मुनाफा

एलआईसी को इस साल ही नहीं, बल्कि पिछले साल भी अपने निवेश पर जोरदार कमाई हुई थी। इस तरह शेयर बाजार में तेजी का फायदा उठाते हुए एलआईसी लगातार अच्छा मुनाफा बटोर रही है। वित्त वर्ष 2020-21 में जहां एलआईसी ने शेयर बाजार से 37,000 करोड़ रुपए का रिकार्ड लाभ कमाया, वहीं पिछले साल 2019-20 के दौरान भी 25,625 करोड़ रुपए की बंपर कमाई करने में सफल रही थी। इस तरह पिछले वर्ष के मुकाबले तो इस साल इक्विटी निवेश (Equity Investment) पर कमाई में 44% की अच्छी बढ़ोत्तरी दर्ज हुई है।

94,000 करोड़ का किया नया निवेश

एलआईसी 34 लाख करोड़ रुपए के विशाल प्रबंधन कोष के साथ जहां भारतीय शेयर बाजार की सबसे बड़ी संस्थागत निवेशक है, वहीं एक ‘स्मार्ट इन्वेस्टर’ (Smart Investor) भी है, जो सही समय पर अपने निवेश पर प्रॉफिट बुक करने के साथ नए निवेश अवसरों का लाभ उठाने में भी आगे है। वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान एलआईसी ने 94,000 करोड़ रुपए के नए शेयर भी खरीदे। यह भी किसी एक साल में अब तक का सर्वाधिक निवेश है।

पॉलिसीधारकों को ज्यादा रिटर्न, बोनस मिलने की उम्मीद

मुनाफे में भारी वृद्धि से एलआईसी इस साल भी जहां अपने पॉलिसीधारकों (Policyholders) को ज्यादा रिटर्न (Return) और बोनस (Bonus) देने में सक्षम होगी, वहीं केंद्र सरकार को अच्छा-खासा इक्विटी लाभांश (Dividend) भी प्रदान कर सकेगी।

वेदांता के शेयरों में भी बंपर कमाई

एलआईसी को इस साल भी शेयर बाजार से अच्छी-खासी कमाई होने की उम्मीद है क्योंकि एलआईसी का जिन कंपनियों में ज्यादा निवेश है, उनके भाव लगातार बढ़ते जा रहे हैं। सबसे बड़ा उदाहरण वेदांता लिमिटेड (Vedanta Ltd.) का है। मेटल्स और ऑयल-गैस क्षेत्र की प्रमुख कंपनी वेदांता ने पिछले साल अक्टूबर में अपने शेयरों को डी-लिस्ट कराने के लिए मात्र 87 रुपए में ओपन ऑफर (Open Offer) दिया था, लेकिन एलआईसी के कड़े रूख के कारण ही वेदांता के प्रमोटरों की कौड़ियों के दाम शेयर खरीदने की योजना पर पानी फिर गया। तब एलआईसी ने 330 रुपए उचित मूल्य बताते हुए अपने शेयर बेचने से साफ इंकार कर दिया था। और बाद में मजबूरन वेदांता के प्रमोटरों को मार्च 2021 में 235 रुपए के भाव पर नया ऑफर लाना पड़ा। इसमें भी एलआईसी ने अपने शेयर नहीं बेचे और अब वेदांता का भाव करीब तिगुना होकर 266 रुपए तक पहुंच गया है। एलआईसी के पास वेदांता के 21.37 करोड़ शेयर हैं। इस तरह एलआईसी को बंपर कमाई हो रही है।

हमारी निवेश रणनीति का उद्देश्य पूंजी निवेश की सुरक्षा के साथ-साथ पॉलिसीधारकों की अपेक्षाओं को पूरा करना है। इसलिए हम हमेशा पूरे रिसर्च के बाद ही क्वालिटी स्टॉक्स में निवेश करते हैं। हम समय-समय पर निवेश पोर्टफोलिया की समीक्षा करते हैं और बाजार परिस्थितियों के अनुरूप कुछ शेयरों को दूसरे शेयरों में स्विच भी करते हैं। हमारी कोशिश सदैव यही रहती है कि हम अपने निवेश पर अच्छा लाभ कमाकर पॉलिसीधारकों की उम्मीदों पर खरे उतरे और इसमें हम सफल भी हैं।

-मुकेश कुमार गुप्ता, प्रबंध निदेशक, एलआईसी