65वें स्थापना दिवस पर नई पहल
मुंबई. देश के सबसे बड़े बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) ने अपने 65वें स्थापना दिवस पर अत्याधुनिक ‘योनो’ ब्रांचेज की शुरूआत की है. एसबीआई का इंटीग्रेटेड डिजिटल और लाइफस्टाइल प्लेटफार्म ‘योनो’ बैंकिंग इंडस्ट्री में ग्राहकों को मानव संवाद और डिजिटल इंटीग्रेशन के बेहतरीन मिश्रण के साथ एक नया अनुभव देगा. ये योनो ब्रांच शुरूआत में तीन शहरों नवी मुंबई, इंदौर और गुरूग्राम में शुरू की गई हैं, जो इस योजना के पायलट प्रोजेक्ट का हिस्सा हैं. इनके जरिए ग्राहकों के अनुभव को बेहतर बनाया जाएगा. योनो ब्रांचेज अपने ग्राहकों को डिजिटल बैंकिंग अपनाने के लिए प्रोत्साहित करने पर फोकस करेंगी.
‘डिजिटल फर्स्ट‘ ऑपरेटिंग मॉडल
एसबीआई के अध्यक्ष रजनीश कुमार ने कहा कि हमने अपने परम्परागत ब्रांच डिजाइन को बदलते हुए ‘डिजिटल फर्स्ट‘ ऑपरेटिंग मॉडल पर काम करने का फैसला किया है. इसके सेल्फ सर्विस जोन में ग्राहक अपने चैक स्मार्ट चैक डिपोजिट कियोस्क में जमा करा सकेंगे, योनो कैश के जरिए नकदी निकलवा सकेंगे. सप्ताह में सातों दिन कभी भी कैश जमा करा सकेंगे और पासबुक प्रिंट करवा सकेंगे. इसके लिए उन्हे ब्रांच के कर्मचारियों पर निर्भर नहीं रहना होगा. सेल्फ असिस्ट कियोस्क टच स्क्रीन कंसोल्स वाले हैं. इनसे ग्राहक ‘योनो’ के जरिए कई तरह की सेवाएं प्राप्त कर सकेंगे, जैसे एफडी बुक करना या नया खाता खोलना, यह सब काम वे खुद कर सकेंगे. डिजिटल सेवाएं प्राप्त करने के लिए समर्पित योनो होस्ट उनकी व्यक्तिगत सहायता करेंगे ताकि उनका बैंकिंग अनुभव आरामदायक रहे.
‘योनो’ के 23 मिलियन रजिस्टर्ड यूजर्स
‘योनो’ बैंक का इंटीग्रेटेड बैंकिंग और लाइफस्टाइल प्लेटफार्म है. पिछले दो साल की छोटी अवधि में ही ‘योनो’ एप ने 51 मिलियन डाउनलोड का महत्वपूर्ण पड़ाव पार कर लिया है और साथ ही इसने 23 मिलियन रजिस्टर्ड यूजर्स हासिल किए हैं. योनो ने 100 से ज्यादा ई-कॉमर्स कंपनियों के साथ साझेदारी की है और आज यह 20 से ज्यादा श्रेणियों में सेवाएं प्रदान कर रहा है.