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मुंबई. शेयर बाजारों में शुक्रवार को लगातार तीसरे दिन गिरावट का सिलसिला जारी रहा। बैंकिंग, वित्तीय और उपभोग से जुड़े शेयरों में भारी नुकसान से सेंसेक्स में 433 अंक की बड़ी गिरावट आई। वैश्विक बाजारों के नकारात्मक रुख से भी यहां धारणा प्रभावित हुई। कारोबारियों ने कहा कि वृहद आर्थिक आंकड़े कमजोर रहने और रुपये में गिरावट से भी बाजार प्रभावित हुआ।

बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स दिन के उच्चस्तर से 663 अंक नीचे आया और अंत में 433.15 अंक या 1.13 प्रतिशत के नुकसान से 37,877.34 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 122.05 अंक या 1.08 प्रतिशत के नुकसान से 12,000 अंक के स्तर से नीचे 11,178.40 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स की कंपनियों में एक्सिस बैंक के शेयर में सबसे अधिक 2.81 प्रतिशत का नुकसान रहा। एसबीआई, महिंद्रा एंड महिंद्रा, बजाज फाइनेंस, आईटीसी, एचडीएफसी बैंक, एचसीएल टेक और इंडसइंड बैंक के शेयर भी नुकसान में रहे।

वहीं दूसरी ओर सन फार्मा, एनटीपीसी, टाटा स्टील, टाइटन और इन्फोसिस के शेयर 2.04 प्रतिशत तक चढ़ गए। साप्ताहिक आधार पर सेंसेक्स 163.23 अंक या 0.42 प्रतिशत नुकसान में रहा। वहीं साप्ताहिक आधार पर निफ्टी 35.65 अंक या 0.31 प्रतिशत नीचे आया। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘दिन में कारोबार के दौरान वैश्विक बाजारों में कमजोरी के रुख से भारतीय बाजार भी गिरावट के साथ बंद हुए। इस सप्ताह अमेरिका-चीन व्यापार बैठक को लेकर असमंजस तथा चीन सहित विभिन्न देशों में आर्थिक गतिविधियों में पूर्ण तेजी के अभाव में अनिश्चितता की स्थिति बनी हुई है।’’

नायर ने कहा कि इसके अलावा खुदरा मुद्रास्फीति का आंकड़ा भी मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) के लक्ष्य से अधिक रहा है, जिससे रिजर्व बैंक द्वारा ब्याज दरों में कटौती की संभावना धूमिल हुई है। वाहन क्षेत्र की कंपनियों के कमजोर तिमाही नतीजों से भी बाजार ने नुकसान दर्ज किया है। सब्जियों, दालों, मीट और मछली जैसी खाद्य वस्तुओं के दाम चढ़ने से जुलाई में खुदरा मुद्रास्फीति की दर बढ़कर 6.93 प्रतिशत हो गई है। ये आंकड़े बृहस्पतिवार को बाजार बंद होने के बाद आए थे। बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप में 1.02 प्रतिशत तक की गिरावट आई।

चीन के औद्योगिक उत्पादन और खुदरा बिक्री के कमजोर आंकड़ों की वजह से वैश्विक बाजार दबाव में रहे। शुरआती कारोबार में पेरिस, फ्रैंकफर्ट और लंदन के बाजार दो प्रतिशत तक गिर गए। अन्य एशियाई बाजारों में हांगकांग का हैंगसेंग और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी नुकसान में रहा।

चीन के शंघाई कम्पोजिट और जापान के निक्की में लाभ रहा। वैश्विक बेंचमार्क ब्रेंट कच्चा तेल 0.65 प्रतिशत के नुकसान से 44.67 डॉलर प्रति बैरल पर था। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया छह पैसे टूटकर 74.90 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। इस बीच, स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार देश में कोविड-19 के मामले 24 लाख का पार कर गए हैं।

एक दिन में संक्रमण के 64,553 नए मामले आए हैं। अबतक 17 लाख से अधिक लोग इस बीमारी से ठीक हो चुके हैं। बीमारी से ठीक होने की दर बढ़कर 71.17 प्रतिशत हो गई है। आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटों में इस बीमारी से 1,007 लोगों की जान गई है। अब तक यह महामारी 48,040 लोगों की जान ले चुकी है। (एजेंसी)