धनतेरस पर सोने-चांदी की जोरदार खरीदी

  • 8 महिनों बाद बाजार गुलजार, 35% अधिक बिक्री
  • 20,000 करोड़ का सोना बिका

Loading

मुंबई. कोरोना महामारी के साये में सर्राफा बाजारों में धनतेरस ( Dhanteras) पर सोने-चांदी (Gold and silver) की जोरदार खरीदी हुई. लोगों ने जिस उत्साह के साथ भारी खरीददारी की, उतनी बिक्री की उम्मीद सर्राफा कारोबारियों को भी नहीं थी. आरंभिक अनुमान के मुताबिक, मुंबई सहित देश भर में 30 से 35% अधिक कारोबार (Business) हुआ. इस साल धनतेरस ( Dhanteras)पर सोना(Gold) करीब 30% महंगा होने के बावजूद करीब 40 टन सोना बिक्री होने का अनुमान है, जबकि पिछले साल 30 टन सोने की बिक्री हुई थी.

 कुल 20,000 करोड़ रुपए का कारोबार होने की खबर है. जबकि पिछले साल धनतेरस पर 12,000 करोड़ रुपए का सोना बिका था. पिछले साल धनतेरस पर सोना 38,000 रुपए था, जो इस साल 56,125 रुपए पर बिकने के बाद धनतेरस पर 52,220 रुपए जीएसटी (सहित) रहा.

उम्मीद से अधिक बिक्री

इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (आईबीजेए) के राष्ट्रीय सचिव सुरेंद्र मेहता ने कहा कि 8 महिनों के बाद बाजार में रौनक लौटी है. लोगों ने जमकर खरीदी की. जबकि इतनी बिक्री की उम्मीद नहीं थी. पिछले साल के मुकाबले धनतेरस पर 30 से 35% अधिक कारोबार हुआ. इसके कई कारण है. एक तो कोरोना संकट के कारण पिछले कई महिनों से लोग खरीद नहीं कर पा रहे थे. इस दौरान जिनकी शादियां हो चुकी हैं, वे नवदंपति भी इस शुभ मुहूर्त पर खरीदी के लिए निकले. दूसरे, सोने के भाव करीब 10% घट गए थे. लोगों को यह पता है कि सोने के भाव फिर ऊपर जाएंगे. इसलिए यह खरीदी का सही मौका है. तीसरे, इस बार धनतेरस दो दिन (गुरूवार-शुक्रवार) मनाई गई. इसके अलावा बतौर शगुन तो लोग सोने-चांदी की खरीद हर साल करते ही हैं. इन कारणों से उम्मीद से अधिक बिक्री हुई. हमारे अनुमान के मुताबिक, करीब 20,000 करोड़ रुपए का 40 टन सोना बिका.

हर वर्ग के लोगों ने की खरीद

पीएनजी ज्वैलर्स के अध्यक्ष सौरभ गाडगिल ने कहा कि मुंबई, ठाणे, पुणे सहित जगह जोरदार कारोबार हुआ. ग्राहकों में लंबे समय बाद ऐसा उत्साह देखा गया. धनतेरस दो दिन होने के कारण कल शाम अच्छी खरीद के बाद आज दुकानों पर सुबह से ही ग्राहकों का तांता लगना शुरू हो गया. धनतेरस से पहले कीमतें घटने का अच्छा असर हुआ. लोगों ने इसे एक अवसर समझ नई खरीद पर जोर दिया. धनतेरस की खरीद के साथ लोगों ने आगामी शादियों के लिए भी खूब खरीद की. हर वर्ग के लोगों ने अपने बजट के अनुसार कम या ज्यादा की खरीद की. इस वजह से सोने-चांदी के सिक्कों के साथ चांदी के बर्तनों और लाइटवेट एवं हैवी गोल्ड ज्वैलरी की भी अच्छी बिक्री हुई.

सोने-चांदी की खरीद पर अधिक जोर

शुभम मोतीवाला ज्वैलर्स के अध्यक्ष शिव अग्रवाल ने कहा कि कोरोना का डर कम होने और अर्थव्यवस्था के पटरी पर आने से ग्राहकों में उत्साह वापस आ रहा है. सोना-चांदी को तो लोग समृद्धि का प्रतीक और सबसे सुरक्षित निवेश के रूप में भी देखते हैं. इसलिए धनतेरस-दीवाली पर लोग खरीदी के लिए आगे आए. कोरोना संकट के कारण लोगों की आय प्रभावित हुई है. जिसके कारण लोगों ने अन्य वस्तुओं की खरीद के बजाय सोने-चांदी की खरीद पर अधिक जोर दिया. यही वजह है कि कोरोना के बावजूद उम्मीद से अधिक कारोबार हुआ.